मेदिनीनगर: माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जिले में 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए संचालन किये जा रहे स्कूलों की स्थिति असंतोषनजक पाया है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि वे अपने स्तर से कार्यदिवस पर स्कूलों का निरीक्षण करें और इसकी रिपोर्ट शिक्षा एवं सारक्षता विभाग रांची को उपलब्ध करायें।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि बोकारो, धनबाद, दुमका, पलामू, पाकुड के कुछ स्कूलों में शिक्षक-छात्रों की उपस्थिति शून्य है।
जबकि कुछ स्कूलों में छात्र उपस्थित हैं। लेकिन शिक्षक अनुपस्थित हैं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के विरूद्ध शीघ्र ही अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
साथ ही पत्र में कहा गया हैकि कई स्कूलों में थर्मल स्केनिंग की व्यवस्था नहीं है,जिसमें सुधार की आवश्यकता है।
पलामू जिले में स्कूलों के निरीक्षण आदि कार्य में पदाधिकारियों का प्रदर्शन अत्यधिक खेदजनक है,जो सरकारी कर्तव्यों के प्रति लापरवाही को दर्शाता है।
शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से पूछा गया है स्पष्टीकरण – स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति और शिक्षकों अनुपस्थित रहने पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने आरडीडीइ, डीइओ, डीएसइ और क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी स्पष्टीकरण पूछा है।
उन्होंने कहा है कि क्यों नहीं सरकारी कर्तव्यों के प्रति लापरवाही एवं विभागीय निर्देशों का अनुपालन नहीं करने के कारण आप सभी के विरूद्ध अनुशासनिक विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा सक्ष्म प्राधिकार से किया जाए।
इस संबंध में डीइओ उपेन्द्र नारायण ने कहा कि बायोमेट्रिक से शिक्षक उपस्थिति बना रहे हैं, जो शिक्षक छुट्टी पर हैं,उसके लिए बायोमेट्रिक में कोई कालॉम नहीं है।
इस कारण छुट्टी पर रहने वाले शिक्षकों को अनुपस्थित दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में उच्चाधिकारियों को वे अवगत करा चुके हैं।
साथ ही शिक्षकों को छात्रों को मोटिवेट करने का निर्देश दिया गया है,ताकि छात्र नियमित रूप से स्कूल में उपस्थित हो सकें।