रांची: झारखंड विधानसभा का 22वां स्थापना दिवस समारोह (22nd Foundation Day Celebration of Jharkhand Legislative Assembly) पर मुख्यमंत्री Hemant Soren ने कहा कि झारखंड वीरों- शहीदों की धरती है। यहां के अनेकों वीर देश की आजादी के साथ अन्याय, शोषण और जुल्म के खिलाफ संघर्ष करते रहे हैं।
उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लेते हुए कुर्बानी दी। आजादी के बाद भी अपने हक-अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी। यह लड़ाई आज भी जारी है।
वीर -शहीदों के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ने का संकल्प ले: मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य का आंदोलन भी लंबे समय तक चला। कई आंदोलनकारी शहीद हुए। अंततः झारखंड अलग राज्य बना।
झारखंड की अपनी विधायिका और कार्यपालिका वजूद में आई और आज दोनों मिलकर राज्य को नई दिशा देने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम वीर -शहीदों (Brave Martyrs) के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ने का संकल्प ले।