जमशेदपुर: गोलमुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस लाइन स्थित एक फ्लैट से महिला पुलिस कॉन्स्टेबल (Lady Police Constable) सविता रानी हेंब्रम (34), उसकी बेटी गीता हेंब्रम (13) और मां लाखिया मुर्मू (70) की हत्या (Murder) कर दी गई। गुरुवार रात तीनों का शव सरकारी क्वार्टर में मिला।
पुलिस के मुताबिक पिछले दो दिनों से सविता के घर पर ताला लगा होने से आस-पड़ोस के लोगों को कुछ शक हुआ। इस बीच परिवार वाले उसे बार-बार फोन कर रहे थे लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा था।
गुरुवार को घर से बदबू आने पर लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पुलिस (Police) पहुंची और घर का ताल तुड़वाया। घर में प्रवेश करते ही सबके होश उड़ गए।
तीन शव वहां पड़े थे। आशंका है कि महिला पुलिस कॉन्स्टेबल सविता रानी हेम्ब्रम, उसकी बेटी और उसकी मां की हत्या कर फ्लैट में ताला बंद कर दिया गया।
हेंब्रम की 14 साल पूर्व नक्सली वारदात में मौत हो गई
शुक्रवार सुबह SSP और अन्य पदाधिकारी पुलिस लाइन पहुंचे और आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की।
पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि तीनों महिलाओं का किसी से कोई विवाद तो नहीं था। मृत सविता के बारे में बताया जाता है कि वह विवाहित थी और कॉन्स्टेबल के पद पर SSP कार्यालय में पदस्थापित थी।
अनुकंपा के आधार पर मिली थी नौकरी
सविता के पति कैलाश हेंब्रम की 14 साल पूर्व नक्सली वारदात में मौत हो गई थी। इसके बाद झारखंड पुलिस में कॉन्स्टेबल की नौकरी उसको अनुकंपा (Compassionate) के आधार पर मिली थी।
सविता मूल रूप से सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर की रहने वाली थी। फ्लैट में वह 13 वर्ष की बेटी और मां के साथ रहती थी।
हत्या (Murder) की सूचना पाकर मौके पर पहुंची बागबेड़ा सोमायझोपड़ी निवासी बहन रानो मार्डी ने बताया कि अनुकंपा की नौकरी को लेकर ससुराल वालों से उसकी बहन का विवाद (dispute) हुआ था। सास चाहती थी कि सविता के देवर को नौकरी मिले। सविता के ससुराल के लोग डुमरिया में रहते हैं।