जमशेदपुर : पति को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की पड़ोसी की पुत्री के धमकी के बाद पत्नी ने अवसाद में आकर शरीर में किरासन तेल डालकर आग लगा ली।
मामल बिरसानगर थाना क्षेत्र जोन नंबर छह का है। यहां पत्नी को जलता देख पति ने उसे बचाने का प्रयास किया। घटना में पति-पत्नी झुलस गए।
दोनों को पड़ोसियों ने एमजीएम अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां पत्नी की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं घटना को लेकर पड़ोसियों में आरोप-प्रत्यारोप जारी है।
वहीं पीड़ित पक्ष की माने तो बिरसानगर थाना की पुलिस की अनदेखी के कारण घटना हुई।
कोई कार्रवाई पुलिस ने नहीं की
आग लगाने वाली महिला के पति ने बताया पत्नी पड़ोसी से बातचीत कर रही थी।
इस बीच दूसरा पड़ोसी घर से बाहर निकले। कांच तोड़ने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज करने लगे।
मना करने पर पड़ोसी के बेटे ने मारपीट करना शुरू कर दिया। सूचना थाना को दी गई। कोई कार्रवाई पुलिस ने नहीं की।
गुरुवार दोपहर में पड़ोसी की बेटी ने दुष्कर्म के झूठे केस में फंसा देने की धमकी देने लगी जिससे पत्नी अवसाद में आ गई। रोने लगी। कहा पति को फंसा देगी।
पति जेल चले जाएंगे तो स्वजनों का क्या होगा। कहते हुए पत्नी ने आग लगा ली। उसे बचाने में वह झुलस गया। इसके लिए पड़ोसी जिम्मेदार है।
पड़ोसी का बिरसानगर थाना की पुलिस से सांठगांठ
पड़ोसी का बिरसानगर थाना की पुलिस से सांठगांठ है। दो लोगों को पहले भी पुलिस के साथ मिलकर जेल भेजवा चुके है।
वहीं झुलसने वाली महिला की सास ने बिरसानगर थाना की पुलिस को बताया पति-पत्नी के बीच विवाद हुए थे। इसके बाद ऐसी घटना हुई।
बिरसानगर थाना प्रभारी तरुण कुमार घटना की जानकारी पर एमजीएम अस्पताल पहुंचे।
तरुण कुमार ने कहा कि बिरसानगर जोन नंबर छह में घर की खिड़की का शीशा तोड़ने के विवाद को लेकर अजय मुखी और मालती मुखी के द्वारा थाने में अलग-अलग आवेदन दिया गया था और दोनों के बीच शीशा लगाने पर सहमति भी बन भी गई थी।