खूंटी: उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में शुक्रवार को समेकित आजीविका कृषि प्रणाली से संबंधित बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में उपायुक्त ने कर्रा प्रखण्ड में विकसित की जा रही समेकित आजीविका कृषि प्रणाली के कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर उचित कार्ययोजना बनाकर काम करें, ताकि व्यापक स्तर पर किसानों को लाभ मिल सके।
डीसी ने कहा कि उच्च मूल्य कृषि, उन्नत एवं वैज्ञानिक कृषि को बढ़ावा मिलेगा। जैविक खाद उर्वरक और कीटनाशक इकाइयां निर्माणाधीन हैं।
उपायुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि मशरूम इकाई के माध्यम से मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन एवं सिंचाई से संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट को विकसित किया जा रहा है।
बैठक के दौरान डीसी ने निर्देश दिश कि मनरेगा की योजनाओं का उचित क्रियान्वयन किया जाय, ताकि एक ही जगह पर कृषि गतिविधियों का सृजन हो सके।
उन्होंने पोषण वाटिका विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभाग द्वारा कोल्ड स्टोरेज एवं पॉली हाउस का निर्माण करें।
उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य है कि कृषि के क्षेत्र में बहुमुखी प्रयास सम्भव हो एवं आजीविका के अवसर भी सृजित हो सकें। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन, मुर्गीपालन, बकरी पालन, बतख पालन के निर्माण में तेजी लाएं।
डीसी ने कहा कि पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए शेड का निर्माण भी किया जा रहा है और उनके द्वारा दिए जाने वाले उत्पाद जैसे दूध, अंडा, मीट आदि की पैकेजिंग की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।
इसके अलावा फूलों की खेती विशेषकर (ट्यूलिप)को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए उचित प्रशिक्षण व संसाधन केंद्र विकसित किया जाना है।
उन्होंने निर्देशित किया कि किसानों को उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराएं। इसमें विशेषकर विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण पर विशेष जोर दें जिसमें कृषि, मत्स्य पालन, पशुपालन, उद्यान कृषि, उच्च मूल्य कृषि, वैज्ञानिक कृषि आदि को शामिल किया जाय।
किसानों के लिए कृषि संबंधी कार्य को सरल व सुगम बनाने के लिए उन्हें उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराए जाएंगे एवं उनके लिए संसाधनों की उपलब्धता को सरल किया जाएगा।