खूंटी: जिला प्रशासन और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में ऑपरेशन खोज को आज उपायुक्त शशि रंजन ने लॉन्च किया।
इस मौके पर आयुक्त ने मुक्ति कारवां रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर उपायुक्त रंजन ने बताया कि मुक्ति कारवां रथ पांच दिन तक खूंटी के सभी प्रखंडों और हाट बाज़ार तक पहुंचकर ग्रामीणों को बाल तस्करी, बाल मजदूरी और लापता हुए बच्चों से जुड़ी जानकारी पुलिस अथवा जिला बाल संरक्षण कार्यालय में देने के लिए जागरूक करेगा।
साथ ही कोरोना की रोकथाम के लिए सावधानियों को बरतने के साथ टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करेगा।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत खूंटी जिले के सभी 757 गांवों की बाल संरक्षण समिति की बैठक कर बाल तस्करी, बाल शोषण एवं लापता बच्चों की सूची संग्रहित की जाएगी और समितियों के माध्यम से लगभग 1500 बच्चों की जानकारी कर उनकी घर वापसी के लिए प्रयास किये जायेंगे।
इस दौरान लापता बच्चों से सम्बंधित जानकारियों को खोया पाया पोर्टल पर अपडेट भी किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना से जिन बच्चों के माता-पिता या दोनों में से किसी एक की भी मौत हुई या ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता कोरोना से ग्रसित हैं।
ऐसे लोगों की सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड लाइन खूंटी को दी जा सकती हैं।
डीसी ने कहा कि आपरेशन खोज निश्चित ही बाल संरक्षण की दिशा में एक कारगर पहल साबित होगी।
इस कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी और अन्य अधिकारियों कैलाश सत्यर्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के राज्य स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।