खूंटी: पावन सावन माह की पहली सोमवारी को खूंटी जिले के प्रसिद्ध बाबा आम्रेश्वरधाम (Baba Amreshwardham) में भोलेनाथ का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए तड़के साढ़े तीन बजे से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
भोलेशंकर को जलार्पण करने लिए सैकड़ों भक्त आधी रात के बाद ही कतारों में लग गये थे। हजारों भक्त बनई नदी से जल लेकर पैदल पांव बाबा के दरबार में पहुंचे।
सुबह से ही पूरे वातावरण में बोल बम, हर-हर महादेव (Bol Bam, Har Har Mahadev) के जयकारे से गुंजने लगा था। वैसे तो रात भर धाम परिसर बाबा के भक्तों से गुलजार रहा, लेकिन जैसे ही मंदिरों के पट खुले भक्तों में मानो नयी उमंग आ गयी और वे भोलनाथ के जयकारे लगाते झूमने लगे।
श्रावणी मेले में भी लोग जमकर कर रहे खरीदारी
मंदिर परिसर से दो एक किलोमीटर दूर बनाये गये पार्किंग स्थल पर वाहनों को खड़ा करने के लिए जगह नहीं मिल रही थी।
सैकड़ों भक्त पैदल ही कांवर और पवित्र जल लेकर रांची, सिमडेगा, बसिया, कोलेबिरा सहित अन्य जगहों के श्रद्धालु बाबा आम्रेश्वर धाम पहुंचे थे।
बाबा आम्रेश्वर धाम के अलावा तोरपा के बाबा नागेश्वर धाम, खूंटी के बुढ़वा महादेव, नामकुम शिवालय, पिपराटोली शिव मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी सावन की पहली सोमवारी को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के महामंत्री मनोज कुमार (General Secretary Manoj Kumar) ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण बाबा के भक्त उनक दर्शन-पूजन और जलाभिषेक से वंचित रहे गये थे।
इसके कारण इस बार श्रद्धालुओं में बहुत अधिक उत्साह है। भक्तों की सुविधा के लिए प्रबंध समिति के साथ ही प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्था की गयी है।
सुबह से ही प्रबंध समिति के अध्यक्ष लाल ज्ञानेंद्र नाथ शाहदेव, महामंत्री मनोज कुमार सहित अन्य सदस्य व्यवस्था बनाने में लगे हैं। पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालु परिसर में लगे श्रावणी मेले में भी लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं।
हजारों लोगों को एक महीने तक रोजगार देते हैं भोलनाथ
बाबा आम्रेश्वरधाम में लगे श्रावणी मेले में इस बार भक्तों की भारी भीड़ देखकर दुकानदार भी गदगद हैं। दुकानदार बताते हैं कि कोरोना संकट के कारण वे दो साल से अंगराबारी रावणी मेला नहीं आ पा रहे थे।
दो साल के बाद जब मौका मिला, तो वे दुकान लेकर पहुंचे हैं और बाबा के आशीर्वाद से इस बार दुकानदारी भी अच्छी है। दुकानदार उम्मीद जताते हैं कि इस बार उनका कारोबार सही रहेगा।
दुकानदार कहते हैं कि बाबा भोलेनाथ (Baba Bholenath) की कृपा से एक महीने तक हजारों लोगों को रोजगार मिल जाता। कोई दुकानदार निराश होकर नहीं जाता।
मला परिसर में हिंदू, मुसलमान, ईसाई सभी समुदाय के लोग यहां व्यवसाय करने पहुंचते हैं। बिहार, बंगाल, ओडिशा, झारखंड सहित अन्य जगहों के लोग बाबा आम्रेश्वर धाम परिसर में दुकान लगाते हैं।