खूंटी: पिछले 15 दिनों से लापता शहर के आजाद रोड निवासी कलीम अंसारी के पुत्र सद्दाम अंसारी (25) की हत्या अवैध अफीम के खरीद बिक्री में उत्पन्न विवाद के कारण कर दी गई थी और शव को मारंगहादा के बीहड़ जंगल में फेंक दिया गया था।
इस संबंध में पुलिस ने मंगलवार को मारंगहादा थानांतर्गत सिरूम जरूईडीह गांव के जोहन हंस तथा उसके दो पुत्रों सुखराम हंस व मनई हंस को हिरासत में लेकर उनसे कड़ाई से पूछताछ की, तो इस मामले का खुलासा हुआ।
गिरफ्तार तीनों पिता-पुत्र ने पुलिस के समक्ष सद्दाम की हत्या कर शव को जंगल में छिपाने की बात स्वीकार कर ली।
बाद में उनकी निशानदेही पर पुलिस ने मारंगहादा के कोदेबुरु जंगल से सद्दाम का क्षत-विक्षत शव बरामद कर लिया।
गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस को बताया कि सद्दाम की हत्या अवैध अफीम की खरीद बिक्री के लेनदेन के विवाद के कारण की गई थी।
पुलिस छापामारी के दौरान आरोपितों के घर से पुलिस ने लगभग डेढ़ किलो अवैध अफीम भी बरामद की है।
इस संबंध में गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध मारंगहादा थाना में एनडीपीएस एक्ट के तहत अलग से एक मामला दर्ज किया गया।
यह जानकारी पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बुधवार शाम प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी। एसपी ने बताया कि 14 जून से सद्दाम की गुमशुदगी की सूचना स्वजनों ने 17 जून को खूंटी थाना को दी थी। सूचना मिलते ही पुलिस लापता की तलाश सरगर्मी से करने लगी।
अनुसंधान के क्रम में पुलिस को पता चला कि सद्दाम अंतिम बार मारंगहादा के सिरुम जरूईडीह गांव में देखा गया है।
इस सूचना पर उक्त तीनों पिता पुत्रों को हिरासत में लिया गया तब मामले का खुलासा हुआ।
सद्दाम की हत्या 14 जून की रात्रि में ही कर दी गई थी। 15 जून से घनघोर जंगल में पड़े शव को जंगली जानवरों ने क्षत.विक्षत कर दिया है।
इस स्थिति में शव की शिनाख्त होना मुश्किल था, लेकिन स्वजनों ने उसके कपड़ेए बेल्ट आदि से शव की पहचान की। शव का पोस्टमार्टम रिम्स रांची में कराया गया।