खूंटी में पथराव के बाद पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका, धारा 144 लागू, रांची से भेजी गई दो कंपनी संभालेंगी मोर्चा

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खूंटी: रामनवमी के कुछ दिन पहले दो समुदायों में हुई झड़प को देखते हुए पूरे खूंटी शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।

पूरे शहर को पांच जोन में बांटकर दंडाधिकारी के साथ सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गयी है। रांची से अतिरिक्त दो कंपनी पुलिस बल को मंगाया गया है।

पूरे शहर में तनाव कम करने और बेकाबू हुए हालात पर काबू करने के लिए प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू कर दी गई है।

इसके साथ ही, हालात को देखते हुए शहर में RAF के अतिरिक्त जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि रामनवमी के मंगलवारी जुलूस पर हुए पथराव के विरोध में आहूत बंद को सफल बनाने के लिए निकले रामनवमी अखाडा और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर बुधवार की सुबह आजाद रोड पर दूसरे समुदाय के लोगों ने फिर पथराव कर दिया। इसके बाद जुलूस में भगदड़ मच गयी।

बताया गया कि छतों पर महिला, पुरुष, बच्चे व बुजुर्ग सभी पहले से पत्थर लेकर तैनात थे। इसके बाद जुलूस में शामिल लोग जान बचाकर शिवाजी चौक पहुंचे।

वहां भी पथराव होने लगा। दोनों ओर से करीब एक घंटे तक पथराव होता रहा। बाद में पुलिस ने सभी लोगों को वहां से खदेड़ दिया।

मौके पर खूंटी डीसी, एसपी और एसडीएम सहित सभी अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे और लोगों को समझाया।

डीसी ने दोनों समुदाय के लोगों के साथ की बैठक

मंगलवार रात और बुधवार की सुबह हुए पथराव की घटना को देखते हुए उपायुक्त ने दोनों समुदाय के लोगों के साथ बैठक की और रामनवमी और रमजान पारंपरिक रूप से आपसी भाईचारे के साथ मनाने की अपील की।

बाद में पत्रकारों से बातचीत में उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि मंगलवार को मंगलवारी जुलूस के दौरान रास्ते की गलतफहमी के कारण कुछ देर के लिए लोगों में मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी।

अपवाह थी कि पथराव की घटना हुई है लेकिन ऐसी कोई बड़ी घटना नहीं थी।

इधर, डीसी ने अपने कार्यालय में दोनों समुदायों के प्रबुद्ध लोगों के साथ अलग-अलग बैठक कर उनकी बातों को सुना। केंद्रीय रामनवमी समिति के पदाधिकारियों ने उपायुक्त से कहा कि मंगलवारी जुलूस अपने परंपरागत रास्ते पर जा रहा था।

वहां एसडीएम से लेकर थाना प्रभारी तक तैनात थे। इसके बाद भी जुलूस पर पिछले से हमला हो जाता है, इसके लिए हिंदू संगठनों पर दोषारोपण क्यों? उपायुक्त ने कहा कि किसी दोषी को छोड़ा नहीं जायेगा। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।

प्रशासन की लापरवाही से अशांत रहा खूंटी

स्थानीय लोगों और विभिन्न अखाड़ों के सदस्यों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण खूंटी जिला मुख्यालय दो दिनों तक अशांत रहा।

लोगों का कहना है कि मंगलवारी जुलूस में पथराव के बाद भी आजाद रोड में पर्याप्त संख्या सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं की गयी।

इस घटना के दूसरे दिन बुधवार को रामनवमी समिति और हिंदू संगठनों ने खूंटी जिला बंद का आह्वान किया था।

इसके बाद भी संवेदनशील क्षेत्रों में एक पुलिसकर्मी तक तैनात नहीं था, जबकि प्रशासन को मालूम था कि लोग बंद को लेकर सड़कों पर उतरेंगे।

प्रशासन ने लोगों को चेताया, सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर न फैलायें

प्रशासन ने लोगों को चेताया है कि बिना आधिकारिक पुष्टि के किसी भी प्रकार के डरावने, झूठे या भ्रामक व्हाट्सएप्प मैसेज या फोटो को फॉरवर्ड न करें और न ही सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें फैलायें।

जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस संबंध में उपायुक्त ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कार्य कर रहे सभी मीडिया ग्रुप पर किसी प्रकार की अफवाह न फैलायें।

वर्तमान समय में सोशल मीडिया का उपयोग पूरी सतर्कता, समझदारी और सावधानी से करें। आप सभी से अनुरोध है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास न करें।

साथ ही अफवाह फैलाने वाले व्यक्ति की सूचना तुरंत प्रशासन को दे। एक जागरूक नागरिक का परिचय देते हुए सोशल मीडिया का उपयोग करें। किसी प्रकार की सूचना देने के लिए साइबर सेल खूंटी से सम्पर्क करें।