खूटी: खूंटी में मंगलवारी जुलूस हुए पथराव की घटना के विरोध में बुधवार को दुकान बंद कराने के आरोप में तोरपा पुलिस ने दो युवकों जयंत गुप्ता उर्फ बड़कू और उमाकांत साहू को हिरासत में ले लिया।
इसके कारण तोरपा का माहौल गर्म हो उठा। युवकों को छोड़ने की मांग को लेकर सैकड़ों स्थानीय लोग विधायक कोचे मुंडा के साथ थाना पहुंच कर धरने में बैठ गए।
विधायक तीन घंटे थाना में धरने पर बैठे रहे। तीन घंटे तक कोई कार्रवाई नहीं होने से उत्तेजित लोगों ने थाने में घुसकर जय श्रीराम के नारे लगाये।
धरने में सांसद प्रतिनिधि संतोष जायसवाल, समाजसेवी तुलसी भगत, हेमंत गुप्ता सहित कई गणमान्य लोग भी धरने में शामिल हो गये। इस दौरान स्थानीय युवकों के साथ थानेदार मुन्ना सिंह कहा सुनी भी हुई।
तोरपा की स्थिति की जानकारी देते हुए विधायक ने पुलिस अधीक्षक और राज्य के मुख्य सचिव से बात की।
कुछ देर बाद भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के मंडल अध्यक्ष कलीम खान भी ने भी थाना जाकर थानेदार के बात की और कहा कि यहां कोई हिंदू मुसलमान की बात नहीं है।
दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी दुकान बंद कर रखी थी
आज तक तोरपा में कभी किसी प्रकार का विवाद नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि किसी कीमत पर तोरपा के माहौल खराब होने नहीं दिया जायेगा।
खान ने कहा कि हमारे पूर्वज युगों से मिलकर रहते आये हैं और आगे भी यहां कोई विवाद नहीं होने दिया जायेगा।
विधायक कोचे मुंडा ने कहा कि किसी ने तोरपा में जबरन दुकानें बंद नहीं करायी। खूंटी की घटना के विरोध में लोगों ने अपनी इच्छा से दुकान बंद रखी थी।
ऐसे में दो निर्दोष युवकों को हिरासत में लेना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस को स्थानीय जनता के साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाने को कहा।
ग्रामीणों का आरोप था कि तोरपा थाना पुलिस के गलत रवैये से विवाद पैदा हुआ। उनका कहना था कि किसी ने जबरन बन्द नहीं कराया, बल्कि दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी दुकान बंद कर रखी थी।