पुलिस ने मामले का किया उद्भेदन, एक गिरफ्तार
कोडरमा: फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को ठगी का शिकार बनाए जाने के एक मामले में तिलैया पुलिस ने एक युवक को दुमका से गिरफ्तार किया है।
इसे लेकर शुक्रवार को तिलैया थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में एसडीपीओ अशोक कुमार ने बताया कि तिलैया थाना क्षेत्र के विशुनपुर रोड निवासी रामदेव यादव ने गत 6 जुलाई को तिलैया थाना में साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी बैंक अधिकारी बनकर 96 हज़ार रुपये की ठगी करने का मामला दर्ज कराया था।
एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब के निर्देश पर कांड के उद्भेदन को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
मामले को लेकर जांच के क्रम में तकनीकी शाखा के सहयोग से घटना में प्रयोग किए गए 4 मोबाइल नंबर एवं एक टोल फ्री नंबर के धारक का नाम पता करने के बाद विशेष टीम में शामिल पदाधिकारी के नेतृत्व में दुमका जिले के काठीकुंड थाना क्षेत्र के आलबेडा गांव से जुलकर अंसारी (32) पुत्र स्वर्गीय युसूफ अंसारी को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के क्रम में पुलिस ने आरोपित के पास से एक फिंगर स्कैनर मशीन, चार पीस मोबाइल, विभिन्न बैंकों का 108 पीस एटीएम कार्ड तथा विभिन्न बैंकों का 10 पासबुक बरामद किया है।
पुलिसिया पूछताछ में आरोपित युवक ने बताया कि ग्रुप में उसके अलावा सरफराज अंसारी उर्फ मासे उर्फ सुल्तान अंसारी एवं साहिल अंसारी सभी साथ मिलकर फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाया करते हैं।
आरोपित ने बताया कि ठगी का पैसा अपने मामा लालमुउद्दीन अंसारी एवं प्रकाश सिंह के खाते में मंगाकर आपस में बटवारा करते थे।
इसके अलावा बरामद विभिन्न एटीएम कार्ड में भी रुपया मंगाकर रुपए की निकासी की जाती थी।