रांची: कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर 13 मई से चौथी बार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह लगाया जाना तय है। हालांकि, इस बार कुछ नई बंदिशों को भी लगाने की भी तैयारी है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य में कभी भी संपूर्ण लॉकडाउन भी लग सकता है।
जी हां, 12 मई को एक बार फिर आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक होनेवाली है। इस बार राज्य की सीमाओं को सील किया जा सकता है।
यानी जो लोग भी सीमा में प्रवेश करेंगे, हर हाल में उनकी कोविड जांच करायी जायेगी और क्वारंटीन के नियमों का भी पालन कराया जा सकता है।
बता दें कि झारखंड में 22 अप्रैल से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह लगाया था, जिसकी अवधि 13 मई को समाप्त होने जा रही है।
सभी तरह की अटकलों की बीच इधर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने के बारे में सीएम हेमंत सोरेन से बात की थी।
देखें तो भाजपा भी टोटल लॉकडाउन के पक्ष में हैं। अभी कुछ दिनों पहले JMM ने भी संकेत दिए की हमें लॉकडाउन के लिए तैयार रहना चाहिए।
सरकार इस चेन को तोड़ने के लिए कड़े फैसले कुछ दिनों के लिए ले सकती है।
सरकार का ये भी मान रही है की स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह से फायदा हुआ है साथ ही अभी भी कई जगह लोग लापरवाही कर रहे हैं, दुकानें जो नही खोलनी है वो दुकानें भी खुल रही हैं, हालांकि प्रशासन इसपर कार्रवाई भी कर रहा है।
आगे इसे देखते हुए कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन कभी भी लगाया जा सकता है।
सीएम लगातार ले रहे हालात का जायजा
मालूम हो कि राज्य में कोरोना संक्रमण के हालात का आकलन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के सभी सांसदों व विधायकों के साथ बैठक कर ले रहे हैं।
उनके सुझाव ले रहे हैं। जो सुझाव मिलेंगे, उसे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में लागू भी किया जाएगा।
इस बीच कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार एक बार फिर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि बढ़ाने पर विचार कर रही है।
ऐसा इसलिए है, क्योंकि बीते 18 दिनों (22 अप्रैल से नौ मई तक) राज्य में 7,98,398 सैंपलों की जांच की गयी। इनमें 13.65 प्रतिशत की दर से 1,08,987 नये संक्रमित मिले।
इधर, राज्य में अब तक 2244 मरीजों की मौत हो चुकी है, जो संक्रमितों के कुल आंकड़े का 2.05 प्रतिशत है।
इधर, रिकवरी का बढ़ा परसेंटेज
इस बीच राहत वाली बात यह है कि 83763 संक्रमित स्वस्थ और डिस्चार्ज हुए हैं।
यानी 76.85 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं, 21 अप्रैल के बाद से राज्य में एक्टिव केस की संख्या में 22980 का इजाफा हो गया है।
21 अप्रैल को कुल एक्टिव केस 35826 थे, जो अब बढ़कर 58806 हो गए हैं।
कोरोना की पहली लहर में भी राज्य में एक्टिव केसेज की संख्या कभी भी 50 हजार के पार नहीं गयी थी।