गढ़वा : हरिहरपुर ओपी क्षेत्र में एक 35 वर्षीय महिला की लाश फांसी के फंदे से लटकी मिली। घटना शुक्रवार के अपराह्न तीन बजे की है।
बताया जा रहा है कि वह महिला अपनी नाबालिग बेटी के यौन शोषण, गर्भपात और उसके प्रेमी और उसके घरवालों द्वारा शादी से इनकार करने से आहत थी। इसी कारण उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की गयी, इसलिए इस घटना की खबर लोगों को शुक्रवार की देर शाम को मिली। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस शनिवार की सुबह गांव पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
यह है मामला
मृतका के पति का कहना है कि उसकी नाबालिग बेटी का निरंजन चौधरी नामक युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। निरंजन भी उसी गांव में रहता है।
करीब चार महीने पहले उनकी नाबालिग बेटी निरंजन के साथ घर से भाग गयी थी। इस मामले को लेकर गांव में पंचायत भी हुई, जिसमें निरंजन के दादा अलियार चौधरी ने लड़की की शादी किसी और से करा देने को कही, साथ ही कहा कि उक्त शादी का पूरा खर्च वह (अलियार चौधरी) वहन करेंगे।
मृतका के पति ने बताया कि पंचायत में हुए इस फैसले के बाद भी उनकी नाबालिग बेटी और निरंजन चौधरी के बीच प्रेम प्रसंग जारी रहा और उसी दौरान उनकी बेटी निरंजन से गर्भवती हो गयी।
इस घटना के बाद निरंजन के दादा अलियार चौधरी और अन्य ने धमकी देते हुए कहा कि बेटी का गर्भपात करा दो, उसके बाद उसकी शादी निरंजन से ही करा देंगे।
इस पर 29 सितंबर को गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा नाबालिग का गर्भपात कराया गया। लेकिन, इस गर्भपात के बाद नाबालिग के प्रेमी निरंजन चौधरी और उसके परिजनों ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया। मृतका के पति ने बताया कि इस घटना से आहत होकर उनकी पत्नी ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इधर, मां की मौत की सूचना मिलने पर अपने रिश्तेदार के यहां रह रही पीड़ित नाबालिग बेटी अपने घर आयी। उसने बताया, “करीब चार महीने पहले निरंजन ने मुझे घर से बाहर ले जाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया था।
उसी से में गर्भवती हो गयी। इस पर जब निरंजन को शादी के लिए कहा, तो उसने कहा कि पहले गर्भपात कराओ, उसके बाद शादी करेंगे। उसके बाद निरंजन के दादा अलियार चौधरी, निरंजन के पिता नंदलाल चौधरी और चौकीदार रामाश्रय पासवान ने मिलकर गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर बीरेंद्र चौधरी द्वारा मेरा गर्भपात करा दिया।
यह गर्भपात निरंजन के ही घर में कराया गया। गर्भपात कराने के बाद उनलोगों ने मुझे मेरे घर पहुंचा दिया। उसके बाद निरंजन और उसके परिजनों ने मुझसे शादी करने से इनकार कर दिया। इसी घटना से मेरी मां बहुत आहत हुई और उन्होंने आत्महत्या कर ली।”
इधर, मृतका के पति के आवेदन पर हरिहरपुर पुलिस ने आरोपी प्रेमी निरंजन चौधरी, उसके दादा अलियार चौधरी, चौकीदार रामाश्रय और झोलाछाप डॉक्टर बीरेंद्र चौधरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 313, 306 और पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।