मेदिनीनगर: भारतीय नौसेना के जवान सूरज दुबे का सोमवार को पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर राज्य के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी मौजूद थे।
पलामू के पूर्वडीहा गांव निवासी एवं भारतीय नौ सेना के जवान सूरज दुबे का पार्थिव शरीर रविवार की रात उनके गांव पहुंचा। आज सुबह उनके आवास से सैनिक की अंतिम यात्रा शुरू हुई।
इस मौके पर हज़ारों की संख्या में लोग मौजूद थे। तिरंगे में लिपटे सूरज के पार्थिव शरीर को नेवी के जवानों ने भी कन्धा दिया।
स्थानीय कोयल नदी के पूर्वडीहा घाट पर सैनिकों ने उसे सलामी दी। इसके बाद मृत जवान को उनके पिता मिथिलेश दुबे ने मुखाग्नि दी।
इस मौके पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि जवान की मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। राज्य सरकार की ओर से मृतक के परिवारजनों को 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पलामू के बेटे की मौत से राज्य ही नहीं बल्कि पूरा देश मर्माहत है। घटना को अंजाम देने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार दोषियों को सजा दिलाने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी।
उल्लेखनीय है कि जवान सूरज अपनी छुट्टी बिताकर 31 जनवरी को फ्लाइट से रांची से चेन्नई पहुंचा था।
यहां हवाई अड्डे के बाहर से उनका अपहरण कर लिया गया था। तीन दिन बाद मुंबई के पालघर के पास सूरज कुमार दुबे घायल अवस्था में मिले थे। उन्हें जलाकर मारने का प्रयास किया गया था।
घायल सूरज को भारतीय नौसेना के अस्पताल मुंबई में रेफर कर दिया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।