गिरिडीह: जिले में नक्सलवाद की खिलाफ निरंतर जारी अभियान एवं सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत मंगलवार को भाकपा माओवादी संगठन के बड़े मास्टरमाइंड, सब जोनल कमांडर और पांच लाख के इनामी नक्सली नुनुचंद महतो उर्फ नुनुलाल उर्फ नुनुचंद टाइगर को जिला पुलिस ने पाांच लाख का चेक प्रदान किया।
नक्सली ने दो दिनों पूर्व ही आत्मसमर्पण किया है।
पुलिस अधीक्षक अमित रेनू ने बताया कि सीआरपीएफ बल के सहयोग से पारसनाथ क्षेत्र में लगातार चल रहे नक्सली अभियान के दबाव में गिरिडीह जिला पुलिस के कम्युनिटी पुलिसिंग के दौरान किए जा रहे कार्य के प्रभाव के बाद इतने बड़े माओवादी संगठन के मास्टरमाइंड ने सरेंडर किया।
एसपी ने बताया कि नुनुचंद पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत खुखरा पंचायत के बरहागढ़ी निवासी है।
बताया गया है कि वर्ष 2008 में गोविंद मांझी के कहने पर अजय महतो के द्वारा संगठन में शामिल किया गया था और वर्ष 2012-13 में इसे पारसनाथ क्षेत्र के सब जोनल कमांडर बना दिया गया।
एसपी ने बताया कि नुनुचंद के विरुद्ध गिरिडीह जिला में कुल 59 कांड दर्ज हैं, जबकि धनबाद जिला में कुल 9 कांड और बोकारो जिला में चार कांड दर्ज हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीरटांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्णानगर पांडेडीह के बीच बम लगा कर एसआईएस सिक्योरिटी की गाड़ी उड़ाने में नूनूचंद की संलिप्तता रही है। इस घटना में 5 जवानों की मृत्यु हो गई थी।
इसके अलावा साईं वर्धन के रिसर्च करने वाले तीन व्यक्तियों के अपहरण के बाद छापेमारी में लगी सीआरपीएफ के जवानों के साथ मुठभेड़ में कई पुलिस जवान जख्मी हुए थे। खु
खरा पंचायत अंतर्गत पंचायत भवन तुईयो को विस्फोट कर उड़ाने में भी इसका सहयोग रहा। इसके अलावा कई मामले इसके विरुद्ध दर्ज है।
आत्मसमर्पण करने के बाद नक्सली नुनुचंद को एसपी ने गुलदस्ता और पांच लाख का चेक देकर सम्मानित भी किया।