लोहरदगा: लोहरदगा जिले के कुडू थाना क्षेत्र अंतर्गत पर्यटन स्थल 27 नम्बर रेलवे पुल के समीप से क्षत-विक्षत हालत में एक युवती का शव पुलिस ने बरामद किया है।
शव को देखने के बाद पता चलता है कि युवती के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी गला दबाकर हत्या की गई है।
साथ ही पहचान छिपाने के लिए युवती के माथे को पत्थर से विकृत कर दिया गया है।
घटना की सूचना के बाद इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा युवती के शव को कब्जे में करते हुए पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया।
बताया जाता है कि प्रखंड के सलगी पंचायत के नामुदाग गांव स्थित रेलवे पुलिया 27 नम्बर पर्यटन स्थल है।
पर्यटन स्थल को कोरोना काल को लेकर पिछले एक साल से बंद रखा गया है।
थाना प्रभारी अनिल उरांव को सुचना मिली कि पर्यटन स्थल 27 नम्बर रेलवे पुलिया के नीचे ललकी टांड में एक युवती का शव पड़ा हुआ है। मौके पर पुलिस पहुंची तथा शव को कब्जे में कर लिया।
बताया जाता है कि युवती की हत्या दुपट्टा से गला घोंटकर की गई है।
युवती के गले में काला निशान लगा हुआ था। युवती की पहचान छिपाने को लेकर उसके सिर को पत्थर से विकृत दिया गया था।
युवती की हत्या से पहले सामुहिक दुष्कर्म की आंशका जाहिर की जा रही है। युवती की पहचान नहीं हो पाई है।
थाना प्रभारी अनिल उरांव ने बताया कि युवती की गला घोटकर हत्या हुई है। युवती की उम्र 22 साल के आसपास है।
युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा कि युवती के साथ दुष्कर्म हुआ है कि नहीं। स
बसे बड़ा सवाल यह है कि रेलवे पुलिया पर्यटन स्थल पिछले एक साल से बंद होने के बावजूद युवती को लेकर कोई कैसे पहुंच गया।
दूसरा सवाल यह है कि जब 27 नम्बर रेलवे पुलिया में बने पुलिस पिकेट में हमेशा पुलिस बल तैनात रहती है तब युवती को लेकर दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या कैसे हो गई। सवाल उठना लाजिमी है।
पुलिस की जांच तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा होगा कि युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या हुई या फिर युवती की कहीं और हत्या करने के बाद शव को फेंका गया है।