Ranchi University: रांची विश्वविद्यालय (Ranchi University) में स्याही खत्म होने के कारण 10 हजार से अधिक छात्र अपनी डिग्रियों के लिए परेशान हैं। झारखंड की राजधानी रांची में स्थित इस विश्वविद्यालय के छात्र असमंजस में हैं कि अब आगे क्या करें।
दरअसल, विश्वविद्यालय में स्याही (Ink) खत्म हो जाने के कारण छात्रों की डिग्रियां प्रिंट नहीं हो पा रही हैं, जिससे उनकी नौकरी और आगे की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है।
स्याही की कमी बनी बड़ी समस्या
रांची विश्वविद्यालय के मोरहाबादी कैंपस स्थित इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग सेंटर (EDPC) में स्याही खत्म हो गई है, जिसके कारण मारवाड़ी बॉयज़ और मारवाड़ी वीमेंस कॉलेज के छात्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
दो शैक्षणिक सत्रों के पास आउट छात्रों की डिग्रियां अब तक प्रिंट नहीं हो पाई हैं। कई छात्रों ने व्यक्तिगत रूप से भी डिग्री के लिए आवेदन किया है, लेकिन स्याही की कमी ने सबको मुश्किल में डाल दिया है।
स्याही की कीमत मात्र 12,000 रुपये
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, EDPC सेंटर के इंचार्ज ने बताया कि 1.5 साल पहले विश्वविद्यालय प्रशासन को स्याही के स्टॉक उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा गया था।
इसके बाद 3 महीने पहले भी स्याही की कमी की जानकारी दी गई थी, लेकिन फिर भी इसका इंतजाम नहीं हो पाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्याही की कीमत मात्र 12,000 रुपये है, जो अब तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।
नौकरी वाले छात्रों को मिल रही प्राथमिकता
पिछले 3 महीने से Ranchi University में केवल उन छात्रों को डिग्रियां दी जा रही हैं, जिनकी नौकरी लग चुकी है। EDPC ने छात्रों से फॉर्म के साथ जॉइनिंग लेटर की कॉपी भी अटैच करने के लिए कहा है। स्याही की कमी के कारण कुछ डिग्रियां फेडेड (Faded) प्रिंट हुई हैं, जिन पर लिखा स्पष्ट नहीं है, जिससे छात्रों को अतिरिक्त परेशानी हो रही है।
Ranchi University में स्याही की कमी के कारण हजारों छात्रों की डिग्रियां लटकी हुई हैं, जिससे उनकी करियर की राह में बाधा उत्पन्न हो रही है। छात्रों ने प्रशासन से शीघ्र समस्या समाधान की मांग की है।