President Rabindranath Mahato said : गुरुवार को झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि BJP के 18 विधायकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई जरूरी थी। अगर व्यवस्था मौन रहती तो ऐसे लोगों का मनोबल और बढ़ता।
सभा की कार्यवाही कल 11:00 बजे तक स्थगित होने के बाद स्पीकर अपने चेंबर में Media कर्मियों से मिले और कार्रवाई की वजह बताई।
उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को सदन के नेता हेमंत सोरेन ने खुद कहा था कि वह विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। फिर भी विपक्ष के विधायक Well में डटे रहे। हंगामा करते रहे, सदन नहीं छोड़ने का भी ऐलान कर दिया। एक बैनर को आसन के समक्ष खोलकर नारेबाजी करते रहे। सदन स्थगित होने के बाद भी वेल में धरना पर बैठ गए। यह सामान्य नियम के प्रतिकूल है। इसके बाद कार्रवाई के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं था।
सोशल मीडिया पर की बयानबाजी
स्पीकर ने कहा कि इस दौरान Social Media पर बयानबाजी की गई। रात भर सदस्यों ने अव्यवस्था फैलाए रखा। BJP विधायक भानु प्रताप और बिरंची ने Video Viral किया, जबकि ऐसा करना सदन में वर्जित है। सदन की गरिमा और गोपनीयता तार-तार की गई।
उन्होंने कहा कि रणधीर सिंह, अमर बाउरी के अलावा बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) की तरफ से भी वीडियो को सार्वजनिक किया गया। संविधान और कार्य संचालन के नियम 299, 300 और 310 के तहत 18 सदस्यों को सभावेशम में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है।