Chaibasa Crime Update: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले की वांछित महिला नक्सली रेणुका को पुलिस ने पांच साल बाद दिल्ली के पीतमपुरा इलाके से गिरफ्तार किया है।
रेणुका ने अपनी पहचान छिपाकर नौकरानी के रूप में काम करते हुए पुलिस को चकमा दे रखा था। दिल्ली पुलिस ने झारखंड पुलिस के इनपुट पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को उसे गिरफ्तार किया।
10 साल की उम्र में बनी थी नक्सली
रेणुका पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुदाबुरु गांव की रहने वाली है। महज 10 साल की उम्र में वह नक्सली संगठन से जुड़ गई थी। उसने कोल्हान के जंगलों में कुख्यात कमांडर रमेश के नेतृत्व में हथियारों का प्रशिक्षण लिया था।
रेणुका को इंसास राइफल, SLR, LMG और हथगोले चलाने में महारत हासिल थी।
कोल्हान के मुठभेड़ों में थी शामिल
रेणुका वर्ष 2018 और 2020 के बीच पश्चिमी सिंहभूम के सोनुवा और पोड़ाहाट के जंगलों में हुई तीन मुठभेड़ों में शामिल थी। पुलिस के बढ़ते दबाव के बाद संगठन ने उसे दिल्ली भेज दिया।
वहां उसने फर्जी दस्तावेजों के सहारे पहचान बदलकर घरेलू सहायिका के रूप में काम करना शुरू कर दिया।
ऐसे चढ़ी पुलिस के हत्थे
झारखंड पुलिस को रेणुका के दिल्ली में छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस के सहयोग से कई महीनों तक पीतमपुरा इलाके में रेणुका पर नजर रखी गई।
मंगलवार को पुलिस ने महाराणा प्रताप एन्क्लेव में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
इन धाराओं में दर्ज हैं मुकदमे
हत्या का प्रयास
आपराधिक साजिश
राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ना
गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम
विस्फोटक अधिनियम
पुलिस को बड़े खुलासे की उम्मीद
पश्चिमी सिंहभूम पुलिस की टीम रेणुका को दिल्ली से लाने के लिए रवाना हो चुकी है। पुलिस की मानें तो पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।
फरारी के दौरान उसे किसने शरण दी और कौन-कौन सहयोगी थे, इसका खुलासा हो सकता है।