Champai Soren broke his Silence and said: पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (Champai Soren) प्रकरण पर राज्य की राजनीति में काफी उथल-पुथल मचा हुआ है। पूरा पिक्चर अब तक क्लीयर नहीं है।
इस बीच Champai Soren ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। दिल्ली में पत्रकाराें से बातचीत में कहा कि मेरी किसी से मुलाकात नहीं हुई है। निजी काम से मैं दिल्ली आया था। मैं यह समझ नहीं पा रहा हूं कि यह सब कौन कह रहा है।
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या आप यहां भाजपा के नेता मिलना चाहते थे तो उन्होंने इस बात को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा के किसी नेता से न मिलना चाहता था और न ही मेरी मुलाकात हुई।
इस दौरान पत्रकारों ने उनसे झामुमो से नाराजगी का कारण पूछा। उन्होंने कहा कि मैं इस बात को पहले बता दिया हूं। जब उनसे JMM के सिंबल से ही चुनाव लड़ने की बात पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि मैंने इन सारी बातों की जानकारी पहले दे दी है।
इतना कहकर वह आगे निकल गये। राजनीतिक गलियारों इस बात की चर्चा तेजी फैली है कि वह BJP ज्वॉइन करने वाले हैं।
हालांकि, ये बात अब तक कयासों तक ही सीमित है। दूसरी तरफ उनके साथ जिन विधायकों के झामुमो छोड़ने की बात कही जा रही थी वे सभी इसे सिरे से खारिज कर चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि Champai Soren के 18 अगस्त के पोस्ट से झारखंड में सियासी भूचाल मचा हुआ है।
चंपाई ने लिखा था कि तीन जुलाई को हुई विधायक दल की बैठक में कहा था कि आज से मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। मेरे पास तीन विकल्प थे।
पहला, राजनीति से संन्यास लेना, दूसरा, अपना अलग संगठन खड़ा करना और तीसरा, इस राह में यदि कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना। उस दिन से लेकर आज तक तथा आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों तक इस सफर में मेरे लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं।