लोहरदगा: कोविड चेन ब्रेक अभियान आज सेन्हा प्रखण्ड के सभी पंचायतों में चलाया गया। इस दौरान लोगों में कोविड जांच और टीकाकरण के प्रति उत्साह दिखा।
दोपहर तीन बजे तक सेन्हा प्रखण्ड में कुल 1033 लोगों का कोविड जांच/सैंपल प्राप्त कर लिया गया था, जबकि 408 लोगों ने कोविड प्रतिरोधक टीका प्राप्त कर लिया था।
उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो द्वारा इस अभियान के दौरान सेन्हा प्रखण्ड के मुर्कीतोड़ार पंचायत में बंसरी गुड़िया टोली बगीचा, सेन्हा पंचायत में उर्दू विद्यालय और तोड़ार पंचायत में बरही विद्यालय में बनाये गये कोविड जांच-सह-टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया गया.
कोविड जांच व टीके की महत्ता उपायुक्त द्वारा तीन स्थानों पर कोविड जांच व टीकाकरण अभियान का निरीक्षण किया गया।
इस दौरान उपायुक्त ने लोगों को कोविड जांच व टीकाकरण की महत्ता बतलायी। उपायुक्त ने कहा कि कोविड चेन ब्रेक अभियान से लोहरदगा जिले का काफी लाभ हुआ है।
इस अभियान के दौरान लोग कोविड जांच करा रहे हैं, टीका ले रहे हैं जिसकी वजह से कोविड संक्रमण की दर घटी है। यह स्थिति ज्यादा बेहतर हो इसके लिए सभी जिलावासियों का सहयोगात्मक व्यवहार बहुत ही जरूरी है।
अगर हम सही समय पर कोविड की पहचान कर पायेंगे तो लोहरदगा जिला कोविडमुक्त हो सकेगा। साथ ही टीका लेने से यह संक्रमण और मौत की संख्या में कमी आयेगी। ज्यों-ज्यों लोग टीका लेंगे, मौत की संख्या घटेगी।
टीका प्राप्त करने के बाद आपके शरीर में जो प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी वह कोरोना वायरस को मात देने के लिए काफी होगी।
उपायुक्त ने कहा कि कोविड संक्रमित व्यक्तियों, जिन्होंने प्रतिरोधक टीका नहीं लिया है, उनके शरीर में यह वायरस काफी नुकसान पहुंचा रहा है।
फेफड़ों को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दे रहा है जिसकी वजह से व्यक्ति की जान जा रही है। वहीं, कोविड प्रतिरोधक टीका लेने वाले व्यक्तियों को यह वायरस नुकसान नहीं पहुंचा पा रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना प्रतिरोधक टीका सरकार निःशुल्क दे रही है। इस टीके के दो डोज हैं, दोनों जरूरी हैं। सिर्फ एक डोज लेने से उसका पूरा फायदा नहीं मिल पाता है इसलिए जब भी यह टीका लें, दोनों खुराक लें।
दोनों डोज में टीका एक ही होगा। टीका लेने के बाद बुखार के हल्के लक्षण दिखे तो घबराने की आवश्यकता नहीं है, पैरासिटामोल की गोली काफी है। इसलिए अपनी जान की रक्षा के लिए कोरोना प्रतिरोधक टीका अवश्य लें।
उपायुक्त ने कहा कि झोलाछाप डाॅक्टरों से सावधान रहने की जरूरत है। लोगों को ज्यादा नुकसान यहीं पर हो रहा है कि वे झोलाछाप डाॅक्टरों की सलाह ले रहे हैं।
व्यर्थ में झोलाछाप डाॅक्टरों के पास समय ना गवायें और अपना कोविड जांच कराते हुए दवाएं ले।