गिरिडीह: जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़े में अब कई दिनों से लगातार कमी आई है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में लोग कोरोना की जांच, और वैक्सीनेशन को लेकर बेपरवाह हैं, जो कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए चिंता का विषय है।
कई जगहों पर टीकाकरण केन्द्र पर लोग नहीं पहुंच रहे है। गांडेय, बेंगाबाद जैसे प्रखंड के ग्रामीण इलाकों समेत सदर प्रखण्डों में वैक्सीनेशन को लेकर जहां लोगों उत्साह है वहीं, इन इलाकों में संक्रमण बढ़ रहा है लेकिन ग्रामीण जांच को लेकर उदासीन हैं।
इसके पीछे वजह क्या है यह तो फिलहाल स्पष्ट नहीं है लेकिन पिछले 24 घंटे के भीतर जिले में कोरोना के मात्र 62 नए मामले सामने आएं।
राहत की बात रही कि संक्रमण से पूरे जिले में सोमवार को एक भी मौत नहीं हुई। दूसरी तरफ सौ के करीब संक्रमित डिस्चार्ज किए गए। लिहाजा, जिले में अब एक्टिव केस की संख्या घटकर छह सौ के करीब रह गया है।
ताजा नए मामलों में शहरी क्षेत्र समेत सदर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में जहां 20 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है।
वहीं, दूसरे प्रखंड में संक्रमितों की संख्या आठ से 10 के करीब है। नए संक्रमितों की पहचान करने में स्वास्थ विभाग जुटा हुआ है।
बताया गया कि जिले में फिलहाल टीकाकरण के दुसरे डोज का चरण बंद है। वहीं, 18 प्लस और 45 प्लस वालों के टीकाकरण का कार्य भी चल रहा है।
लेकिन टीकाकरण की गति धीमी हुई है। क्योंकि स्वदेशी वैक्सीन कोविशील्ड का केन्द्र सरकार द्वारा दिया गया डोज अब महज 11 हजार 710 स्टोक तो राज्य सरकार का छह हजार 680 डोज के करीब रह गया है।
जबकि केन्द्र सरकार द्वारा ही दिया गए दूसरे स्वदेशी वैक्सीन को-वैक्सान का डोज जिले में महज 16 हजार 420 रह गया है। ऐसे में टीकाकरण का अभियान धीमी गति में चलना तय है।
हालांकि स्वास्थ विभाग का दावा है कि टीकाकरण में कोई कमी नही आने दी जायेगी । क्योंकि वैक्सीन खत्म होने तक संभवत सरकार द्वारा नए डोज के स्टाॅक आ जायेगा।
वैसे पूरे जिले में हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाईन वर्करों के साथ 45 प्लस और 18 प्लस के एक लाख 95 हजार 837 लाभार्थियों को वैक्सीन लग चुका है।
इसमें 18 प्लस के लाभार्थियों की संख्या जहां 25 हजार 570 है तो वहीं, दूसरी सबसे बड़ी संख्या 45 प्लस वाले लाभार्थियों का एक लाख 47 हजार 859 है। दूसरी डोज लेने वालों की संख्या 36 हजार से कुछ अधिक शेष है।