झारखंड के इस जिले में तेजी से पांव पसार रहा डेंगू, मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 85 हुई

शहरी क्षेत्र में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। आये दिन डेंगू पीड़ित मरीज खूंटी सदर अस्पताल (Khunti Sadar Hospital) और निजी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।

Central Desk

Dengue is Spreading Rapidly in this District of Jharkhand: शहरी क्षेत्र में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। आये दिन डेंगू पीड़ित मरीज खूंटी सदर अस्पताल (Khunti Sadar Hospital) और निजी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।

एक जुलाई से सदर अस्पताल में अब तक 67 डेंगू पीड़ित मरीज इलाज कराने पहुंचे हैं। इनमें दो मरीजों को रिम्स रेफर किया गया है। एक नाबालिग छात्रा की RIMS में इलाज के दौरान मौत हो गई है।

अधिकतर मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गए हैं। वर्तमान में 16 मरीजों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। इससे कहीं अधिक मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।

सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के उपचार के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड नहीं बनाया गया है। सामान्य मरीजों के साथ ही वार्ड में डेंगू संक्रमित मरीजों को भी रखा जा रहा है।

Sadar Hospital के उपाधीक्षक डॉ आनंद किशोर उरांव ने बताया कि अस्पताल में जगह की कमी के कारण अलग से वार्ड नहीं बनाया गया है। उन्होंने बताया कि डेंगू पीड़ित मरीजों के लिए मच्छरदानी की व्यवस्था की गई है। डेंगू मरीज 24 घंटे मच्छरदानी के अंदर रहते हैं।

डेगू का सबसे अधिक प्रभाव शहर के कर्रा रोड, मोहना टोली, आजाद रोड, पाशा कॉलोनी आदि मोहल्ले में देखा जा रहा है। अब तक चिह्नित डेंगू मरीजों में अधिकतर इन्हीं इलाकों के बताए जा रहे हैं। इस स्थिति में विभाग द्वारा गुरुवार और शुक्रवार को शिविर लगाकर संभावित मरीजों की जांच की गई, तो मरीजों की संख्या बढ़कर 85 हो गई है।

बहरहाल, शहर में डेंगू के बढ़ते प्रभाव के बाद भी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता उतनी नजर नहीं आ रही, जितनी होनी चाहिए। नगर पंचायत द्वारा शहरी क्षेत्र में की जा रही साफ-सफाई को भी लोग महज खानापूर्ति बता रहे हैं।

जिन क्षेत्रों में डेंगू वहां गंदगी का अंबार: सीएस

सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी ने कहा कि खूंटी शहरी क्षेत्र में डेंगू का प्रभाव अधिक देखा जा रहा है। जिन क्षेत्रों में डेंगू पांव पसार रहा है, उन इलाकों में गंदगी का अंबार है। उन्होंने कहा कि बरसात शुरू होते ही डेंगू की संभावना बढ़ जाती है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।

उन्होंने डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर अपेक्षाकृत साफ पानी के बर्तन, कूलर, टूटे हुए बर्तन, प्लास्टिक के बोतल, छत पर जल जमाव, पानी की खुली टंकी, टायर, टूटे बर्तन आदि जगहों पर अंडे देती है। मच्छरों के इन प्रजनन स्थलों को नष्ट करना अति आवश्यक है।

क्या हैं डेंगू के लक्षण

डेंगू के प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार का आना, पेट दर्द, थकान, ज्यादा सांस लेने में मुश्किल, ज्यादा सूजन, त्वचा पर चकते और लाल दाने, खून की गंग्रेन, अचानक तेज बुखार, गंभीर सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, गंभीर जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी आना व दस्त होना शामिल है।