बोकारो: एक तरह जहां राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन 26 से 28 मई तक चक्रवातीय तूफान यास को लेकर सभी को अलर्ट किया जा रहा हैं।
घर में रहने की अपील की जा रही हैं। वहीं, दूसरी ओर राज्य भर की सेविकाऐं इस साइक्लोन की बारिश में कोई भींगकर या कोई छाते में आदेश का पालन करते हुए अपने ड्यूटी में लगी है।
बेरमो प्रखंड के बोकारो थर्मल और कथारा सहित ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 25 मई से 5 जून तक चलने वाले कोविड रैट सर्वे का कार्य पूरे बेरमो प्रखंड में सेविकाओं द्वारा किया जा रहा है, बदले में उन्हें सुरक्षा के नाम पर ना ही कोई बीमा हैं, और ना ही कार्य करने हेतु कोई हैंड ग्लोबस या पीपी किट की व्यवस्था हैं।
सिर्फ समान्य मास्क और सेनिटाइजर दी गयी हैं।
जिले के कुछ प्रखंड में एन-95 मास्क सेविकाओं को दी गयी हैं, परन्तु कुछ प्रखंड़ में सामान्य मास्क ही मिले है।
आखिर एक ही जिला में अलग- अलग स्वास्थ्य सुविधाओं का देना समझ से परे हैं।
इस आलोक में सीटू के केंद्रीय सहायक महामंत्री भगीरथ शर्मा ने कहा कि इस महामारी में जहां सभी लोग घर में ही सुरक्षित है।
आंगनबाड़ी बहने क्षेत्र में बिना कोई सुरक्षा किट के कोविड सर्वे कर रही हैं, परन्तु राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की ओर से इनके लिए कोई स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं करायी हैं।
सरकार को आंगनबाॅड़ी सेविकाओं का भी सहियाओं की तरह अतिरिक्त मानदेय सहित सुरक्षा बीमा एवं समुचित स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध करानी चाहिए।