दुमका: डीसी रविशंकर शुक्ला ने रविवार को सदर प्रखंड अंतर्गत कालाजार प्रभावित मुडभंगा गांव का भ्रमण किया गया।
डीसी स्थानीय ग्रामीणों को गांव में कालाजार के कारणों से अवगत कराते हुए कहा कि कालाजार एक अत्यन्त गंभीर बीमारी है।
बालू मक्खी के काटने से होने वाले कलाजार से बचाव के लिए प्रमुख उपाय स्प्रे द्वारा दवा का छिड़काव, मच्छरदानी का उपयोग एवं बाहर जाने पर शरीर ढंका होना आवश्यक बताया है।
उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर टीम भेजकर प्रभावित ग्रामों में दवा का छिड़काव कराने एवं स्वास्थ्य जांच कराने की बात कही।
कालाजार समाप्ति को लेकर घरों को साफ-सुथरा रखने और दीवार को सीमेंट, मिट्टी या गोबर के लेप से ढंकने का अपील किया है।
दो हफ्तों से ज्यादा समय के लिए बुखार रहता है, तो अपने सहिया से सहयोग लें एवं उनके सलाहनुसार अस्पताल में भर्ती होकर उपचार कराने का अपील किया।
ग्राम की सेविका एवं सहिया को निर्देश दिया गया कि वे अपनी जवाबदेही समझते हुए प्रतिदिन घर-घर जाकर ग्रामीणों का सर्वेक्षण करें यदि किसी व्यक्ति को बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल जांच की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
डीसी ने बीडीओ राजेश सिन्हा और सीओ यमुना रविदास को निर्देश दिया कि गांव में कैंप लगाकर सुयोग्य लाभुकों को कल्याणकारी योजना यथा राशन कार्ड प्रधानमंत्री आवास, सामाजिक सुरक्षा पेंशन आदि के तहत लाभ प्रदान करें।
केयर के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि वे स्थानीय भाषा विशेषकर संथाली भाषा में लघु फिल्म के माध्यम से लोगों को जागरूक करने को प्रेरित किया।