Effect of Monsoon seen in Palamu : मानसून (Monsoon ) ने पलामू समेत पूरे झारखंड को कवर कर लिया है। इसका असर भी शनिवार दोपहर देखने को मिला। दोपहर तीन बजे घने बादलों के छाने से शाम सात बजे का नजारा दिखा।
मेदिनीनगर और आस पास के क्षेत्रों में दोपहर तीन बजे से बारिश हो रही है।
इस बीच मौसम विभाग ने पिछले 24 घंटे (शुक्रवार शाम 5.30 बजे से शनिवार शाम 5.30 बजे तक) के दौरान 56.06 MM बारिश रिकार्ड किया है। हालांकि जिले के हुसैनाबाद, छतरपुर इलाके में बारिश नहीं हुई। बादल छाए हुए हैं।
बता दें कि मानसून का असर राज्य के कई हिस्सों में दिखने लगा है। मौसम विभाग ने 30 जून को राज्य के 13 जिलों में बारिश की संभावना जताई है। इनमें पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, और लोहरदगा शामिल है। मौसम विभाग के मुताबिक, यहां भारी वर्षा होगी।
दोपहर 3 बजे बादलों के छाने के बाद बारिश (Rain) शुरू हुई और शाम 6 बजे तक लगातार होती रही। बारिश से जहां तेज गर्मी से राहत मिली, वहीं नालियों का कचरा सड़क पर आ गया। जो नाले एवं नाली साफ नहीं थे, उसका गंदा पानी कई लोगों के घरों में घुस गया। बिजली गुल रही।
शहर के पहाड़ी मोहल्ला स्थित गोसिया मदरसा के पास एक दर्जन घरों में नाले का पानी घुस गया। 2 से 3 फीट तक पानी सारे कमरे में जम गए।
किचन, बैडरूम सहित अन्य कमरे में गंदा पानी घुसने से लोगों में अफरा तफरी मची रही। खाना से लेकर अन्य सामान बर्बाद हो गए। बदबू के कारण कमरे में टिक पानी मुश्किल हो रहा था। घर के लोगों ने किसी बाल्टी सहित अन्य संसाधन के गंदे पानी को बाहर निकाला।
इसी तरह गम्हेल रोड में नूरी मस्जिद के पास 2 से 3 फीट तक सड़क पर पानी जम गया, जिससे आवागमन में परेशानी हुई।
मानसून की पहली जोरदार बारिश से नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल भी खुल गई है। कई इलाकों में नालों की सफाई नहीं होने के कारण बारिश का पानी भरने से सारा पानी सड़क पर बहने लगा। जल जमाव हो गया।
ऐसी स्थिति हर वर्ष बरसात के मौसम में बन जाती है। शुरुआती पानी आने पर ज्यादा स्थिति खराब होती है। बावजूद नगर निगम इस पर ध्यान नहीं दे पाता।