Forensic Investigation of Digital Evidence Recovered from Ishtiaq is Being done.: आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब-कॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़े होने के संदेह में झारखंड से आठ लोगों को हिरासत में लिया गया था। इनमें से पांच संदिग्धों की विधिवत गिरफ्तारी हो गयी है।
ATS ने सभी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया है। साथ ही गिरफ्तार अलकायदा संदिग्धों के पास से बरामद Digital Evidence की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। इससे कई चीजें सामने आ सकती है। डॉ. इश्तियाक का किससे कनेक्शन है, इसकी जांच भी की जा रही है।
बताया जाता है कि बरियातू से गिरफ्तार आतंकी गिरोह का मास्टर माइंड डॉ इश्तियाक रांची के चान्हो के जंगल में आतंकियों का प्रशिक्षण केंद्र खोलने वाला था। इसके लिए उसने जमीन भी देख ली थी, जिसमें एक मदरसा संचालक मुफ्ती उसकी मदद कर रहा था। इस प्रशिक्षण केंद्र में आतंकियों को हथियार का प्रशिक्षण दिलाया जाना था। इसके लिए वह हथियार भी जुटाने लगा था।
डॉ इश्तियाक मुस्लिम युवाओं को बेहतर भविष्य का प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाता था। उसने 24 से अधिक युवाओं को राजस्थान के आतंकी प्रशिक्षण केंद्र में हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिलवाया था। इनमें पांच आरोपितों इश्तियाक अहमद (रांची), फैजान अहमद ( हजारीबाग), मतिउर रहमान (रांची), रिजवान बाबर (रांची) तथा मुफ्ती रहमतुल्ला (रांची) काे गिरफ्तार कर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपा गया है।
इस संबंध में रविवार काे झारखंड ATS के SP ऋषभ झा ने बताया कि गिरफ्तार अलकायदा संदिग्धों के पास से जितने भी डिजिटल एविडेंस बरामद किए गए हैं सबकी गहराई से जांच की जा रही है। एसपी के अनुसार Digital Evidence की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।
फॉरेंसिक जांच से कई चीजें निकलकर सामने आएंगी। रांची में डॉक्टर इश्तियाक के द्वारा Training Center खोले जाने की बात पर SP ने बताया कि सबकी जांच की जा रही है। यदि ऐसी कोई बात सामने आएगी तो उन स्थानों पर भी सर्च किया जाएगा। डॉ इश्तियाक का आका कौन है? वह भारतीय है या फिर विदेशी इसकी जांच भी की जा रही है।