Yashwant Sinha New Party : झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) से पहले झारखंड के राजनीति में खूब उठा-पटक चल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (Champai Soren) भी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से नाता तोड़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामने जा रहे हैं।
चंपाई सोरेन हेमंत मंत्रिमंडल से 28 अगस्त को इस्तीफा देंगे और 30 अगस्त को BJP में शामिल होंगे।
वहीं, अब पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) भी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यधारा की सियासत में वापसी की कवायद में जुट गए हैं।
अटल विचार मंच की बैठक में लिया गया फैसला
यशवंत सिन्हा के अब अपनी पार्टी बनाने की खबर आ रही है। सिन्हा की अगुवाई वाली पार्टी के गठन का फैसला हजारीबाग में अटल विचार मंच की बैठक में लिया गया।
जानकारी के मुताबिक हजारीबाग के अटल भवन में अटल विचार मंच की बैठक हुई। प्रोफेसर सुरेंद्र सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में देश के विदेश और वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे।
सुरेंद्र सिन्हा, यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत के संसदीय क्षेत्र प्रतिनिधि भी थे।
अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बनेगी पार्टी
अटल विचार मंच की बैठक में झारखंड की राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा के बाद राजनीतिक पार्टी के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया।
यशवंत सिन्हा की अगुवाई में गठित होने वाली पार्टी का नाम भी अटलबिहारी वाजपेयी के नाम पर ही होगा। यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज की राजनीति चाटुकारिता की हो गई है।
भारत रत्न अटलबिहारी वाजपेयी के विचारों पर चलकर ही समाज को स्वच्छ राजनीति कर हर वर्ग का उत्थान किया जा सकता है।
उनके विचारों और सिद्धांतों पर चलने की आवश्यकता है।
बताते चलें पिछले राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को ही उम्मीदवार बनाया था। हजारीबाग सीट से संसदीय लंबी पारी खेल चुके यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा इस सीट से सांसद रहे।
इस बार BJP ने जयंत का टिकट काट दिया था। गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा के परिवार ने हजारीबाग में BJP दफ्तर के लिए अटल भवन दिया हुआ था।