Terror of notorious gangster Aman Saw!: झारखंड में कुख्यात गैंगस्टर अमन साव का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। पुलिस भले ही अपराधों का खुलासा कर रही हो, लेकिन अमन साव का गैंग उतनी ही तेजी से वारदातों को अंजाम दे रहा है।
शुक्रवार को राजधानी रांची में एक कोयला कारोबारी को दिनदहाड़े गोली मारकर हमलावर फरार हो गए। पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि अमन साव का गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है।
जेल में बंद फिर भी गैंग सक्रिय
अमन साव पिछले 4 सालों में 10 अलग-अलग जेलों में ट्रांसफर हो चुका है। फिलहाल वह छत्तीसगढ़ के रायपुर जेल में बंद है, लेकिन उसका गिरोह राज्यभर में सक्रिय है।
झारखंड के 8 जिलों-रांची, रामगढ़, चतरा, धनबाद, हजारीबाग, पलामू, लातेहार और बोकारो में उसका नेटवर्क फैला हुआ है। हत्या, रंगदारी और धमकी जैसे मामलों में उसके गुर्गे लगातार संलिप्त पाए जा रहे हैं।
50 से अधिक केस दर्ज, कारोबारियों में दहशत
अमन साव पर 50 से अधिक मामले झारखंड के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। उसके गुर्गे कोयला कंपनियों, ट्रांसपोर्टर्स, बिल्डर्स, ठेकेदारों और कारोबारियों से रंगदारी वसूल रहे हैं। जो पैसा देने से मना करता है, उसे गोली मार दी जाती है या दफ्तर पर फायरिंग कर धमकाया जाता है।
पिछले छह महीनों में ऐसे आधा दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। लगातार बढ़ते खौफ के चलते कई कारोबारियों ने घर से निकलना भी कम कर दिया है।
सोशल मीडिया पर खुलेआम धमकी
अमन साव का खास गुर्गा मयंक सिंह Social Media पर हर वारदात के बाद धमकी भरी पोस्ट डालता है। वह खुद इन अपराधों की जिम्मेदारी लेता है और आगे भी ऐसा करने की चेतावनी देता है।
पुलिस का कहना है कि मयंक सिंह ही सुनील सिंह मीणा है, जिसे अजरबैजान पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल वह बाकू की जेल में बंद है, और उसे भारत लाने की कोशिश की जा रही है।
कोयला कंपनियों को फिर मिली धमकी
शनिवार को मयंक सिंह ने एक बार फिर Social Media पर धमकी भरी पोस्ट डाली। इस बार भुरकुंडा और बरकाकाना कोयला साइडिंग की कंपनियों और वहां काम करने वाले मजदूरों को चेतावनी दी गई है कि अगर लोडिंग बंद नहीं की गई तो अंजाम गंभीर होगा। इस धमकी से कंपनियों के कर्मियों और अधिकारियों में दहशत का माहौल है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कनेक्शन
अमन साव केवल झारखंड तक ही सीमित नहीं है। उसने खुद कबूला है कि उसका संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके छोटे भाई अनमोल बिश्नोई से है। सोशल मीडिया के जरिए वह बिश्नोई गिरोह से जुड़ा रहता है।
अब NIA यह जांच कर रही है कि क्या अमन साव गिरोह बिश्नोई गैंग को हथियार और शूटर मुहैया करा रहा है। बताया जा रहा है कि अमन और लॉरेंस बिश्नोई के बीच की कड़ी मयंक सिंह ही है।