जेल से रिहा होते ही तेवर में आए हेमंत, कल से शुरू करेंगे उलगुलान, हूल दिवस पर…

Digital Desk

Hemant Soren News : 28 जून को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) कथित जमीन घोटाले (Land Scam) में जेल से रिहा हा हो गए हैं।

हाई कोर्ट (High Court) से उन्हें जमानत मिलने के कुछ समय बाद ही रिहाई की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। उसके बाद उन्होंने दमदार तरीके से प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पूर्ण रूप से तेवर में दिखे।

विदित है कि 30 जून को झारखंड (Jharkhand) में हूल दिवस (Hull Diwas) मनाया जाता है। इस दिन हेमंत सोरेन भोगनाडीह (Bhognadih) में रहेंगे और यहीं से उलगुलान की शुरुआत करने का निर्णय लिया है।

अब झामुमो के साथ ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन को भी राज्य में नेतृत्व देते हुए हेमंत अब एक नए अंदाज में जनता के सामने खुद को प्रस्तुत करेंगे।

हर पंचायत, हर गांव में जाएंगे, जनता का आभार जताएंगे

JMM के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि जेल से बाहर आने के बाद ही हेमंत ने अपना तेवर दिखा दिया है। वह चुपचाप बैठने वालों में नहीं हैं।

हूल दिवस के दिन भोगनाडीह में भाजपा के खिलाफ जो उलगुलान शुरू होगा, वह पूरे राज्य तक फैलेगा।

हेमंत हर पंचायत में जाएंगे, गांव-गांव में जाएंगे। लोगों के प्रति आभार जताएंगे। कल्पना और मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी कंधा से कंधा मिला कर साथ रहेंगे।

अब झामुमो की पूरी रणनीति हेमंत तय करेंगे और विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकेंगे।

विधानसभा चुनाव पर मेन फोकस

जानकारी के अनुसार इसी साल अक्टूबर नवंबर में झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) का चुनाव होना है। हेमंत के जेल जाने से झामुमो में नेतृत्व संकट था। इसे कल्पना ने मैदान में उतर कर दूर कर दिया था।

अब हेमंत सोरेन खुद बाहर आ गए हैं, तो राज्य में इंडिया गठबंधन को नेतृत्व देंगे‌। राष्ट्रीय स्तर पर भी ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ रणनीति बनाने में भी शामिल रहेंगे।

वह शीघ्र ही दिल्ली जाएंगे और ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं से मिलेंगे।

चुनाव आयोग जब, चाहे करा ले चुनाव

झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने तो चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए कहा है कि हेमंत अब बाहर आ गए हैं। चुनाव आयोग जब चाहे झारखंड में विधानसभा चुनाव करा ले। भाजपा को सिंगल डिजिट पर रोक देंगे।

आज भगवान बिरसा को करेंगे नमन

झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सबसे पहले शनिवार को हेमंत सोरेन बिरसा चौक जाकर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। फिर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। इसके बाद अगली रणनीति तय की जाएगी।