Kodarma News: झारखंड के कोडरमा जिले के तिलैया थाना क्षेत्र के मास्टर मोहल्ले (वार्ड नंबर 24, गांधी स्कूल रोड) में रविवार, 20 अप्रैल 2025 को एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। 14 वर्षीय छात्रा खुशी कुमारी ने अपने घर के शौचालय की छत पर लगे लोहे के हुक में दुपट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान औरंगाबाद, बिहार निवासी संतोष पांडेय की पुत्री के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन आत्महत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
ख़ुशी मामा के घर पर रहकर करती थी पढ़ाई
खुशी कुमारी अपने मामा मंजीत मिश्रा के घर पर रहकर पढ़ाई कर रही थी। रविवार सुबह उसका व्यवहार सामान्य था, और उसने परिवार के साथ बातचीत भी की थी। दोपहर में जब वह शौचालय गई और काफी देर तक बाहर नहीं आई, तो उसकी मामी सिम्मी मिश्रा को चिंता हुई। सिम्मी ने बताया कि उन्होंने खुशी को कई बार आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद वेंटिलेटर से झांककर देखा तो खुशी दुपट्टे के फंदे से लटकी हुई थी। परिवार ने तुरंत दरवाजा तोड़ा और उसे नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मंजीत मिश्रा ने बताया कि उन्हें काम के दौरान फोन पर इस दुखद घटना की सूचना मिली। जब तक वह घर पहुंचे, खुशी की मृत्यु हो चुकी थी। उन्होंने कहा, “खुशी बहुत हंसमुख और मिलनसार थी। उसका किसी से कोई विवाद नहीं था। सुबह भी उसने सामान्य रूप से बात की थी। हमें समझ नहीं आ रहा कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया।”
पुलिस जांच में लगी
तिलैया थाना पुलिस को घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए कोडरमा सदर अस्पताल भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन सटीक कारण जानने के लिए गहन जांच की जा रही है। पुलिस ने खुशी के मोबाइल फोन और अन्य निजी सामान की जांच शुरू की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कोई मानसिक दबाव या अन्य कारक इस घटना के पीछे था। परिवार के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
परिवार का कहना है कि खुशी का किसी से कोई झगड़ा या तनाव नहीं था। मंजीत मिश्रा ने बताया कि वह स्कूल में पढ़ाई में अच्छी थी और सामान्य रूप से व्यवहार करती थी। हालांकि, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं पढ़ाई का दबाव, सोशल मीडिया का प्रभाव, या कोई अन्य व्यक्तिगत कारण तो इस कदम के पीछे नहीं था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद स्थिति और स्पष्ट होने की उम्मीद है।