मेदिनीनगर: कोविड-19 के संक्रमण से पलामू प्रमंडल के लोगों को बचाना मुख्य उद्देश्य है।
स्वास्थ सुरक्षा सप्ताह के तहत राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का कड़ाई से अनुपालन कराने से संक्रमण के प्रसार को रोका जा सकता है।
यह बातें पलामू आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कही।
वे सोमवार को प्रमंडल के लातेहार जिले में महुआडांड़ स्थित अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट चंपा का निरीक्षण किया एवं छत्तीसगढ़ सीमा का जायजा लेने पहुंचे थे।
आयुक्त के साथ डीआईजी राजकुमार लकड़ा भी थी।
दोनों ने झारखंड व छत्तीसगढ़ की अंतर्राज्यीय सीमा के अंतिम छोर करौंधा का भी जायजा लिया।
आयुक्त ने झारखंड-छत्तीसगढ़ की अंतर्राज्यीय सीमा पर तैनात दंडाधिकारी, पुलिस जवानों एवं स्थानीय प्रशासन को सख्ती बरतने को कहा।
उन्होंने चेकपोस्ट से आने वाले व्यक्तियों का कोविड जांच करने एवं पॉजिटिव पाये जाने पर आइसोलेशन में रखने का निर्देश दिया।
आयुक्त जटाशंकर चौधरी व डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि जांच की व्यवस्था से संक्रमण व बीमारी का समय से पता चलता है, जिससे मरीज को गंभीर होने के पूर्व ही इलाज के माध्यम से बचाना संभव होता है। इसलिए जांच जरूर करायें।
उन्होंने टीकाकरण के लिए भी लोगों से अपील किया। कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोग कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कराकर टीका लगवायें।
वहीं 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोग अपने नजदीकी टीकाकरण केन्द्र पर पहुंचकर टीका लगवायें।
डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा कि कोविड 19 के संक्रमण से लोगों का बचाव करना सभी की जिम्मेदारी व कर्तव्य है।
प्रशासनिक व पुलिस प्रशासन के साथ स्थानीय लोगों ध्यान रखें कि संक्रमण को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि एहतियायत व सतर्कता बरतें, ताकि संक्रमण के संभाव्य प्रसार को रोका जा सके।
उन्होंने अंतर्राज्यीय चेकपोस्ट पर तैनात दंडाधिकारी एवं जवानों को पूरी मुस्तैदी के कर्तव्य पालन का निर्देश दिया।
आयुक्त व डीआईजी ने स्थानीय पदाधिकारियों को टीकाकरण के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने की बातें कहीं, ताकि अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण हो, जिससे उन्हें संक्रणम के खतरे से बचाव किया जा सके।
आयुक्त एवं डीआईजी ने मारोमार स्थित सी-214 सीआरपीएफ बटालियन कैंप भी पहुंचे और जवानों से बातचीत कर क्षेत्र की स्थिति से अवगत हुए।