मेदिनीनगर: तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से हैदरनगर पंसा मुख्यपथ पर लोगों को चलना मुश्किल हो गया है। प्रतिदिन सड़क पर बने बड़े बड़े गड्ढे से कहीं न कहीं बाइक सवार व वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
हैदरनगर पंसा पंसा मुख्य पथ का निर्माण वर्ष 2018-19 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनाई गई थी। किन्तु सड़क का निर्माण एक तरफ से होता गया तो दूसरे तरफ से गड्ढे में तब्दील होता गया।
सड़क निर्माण के दौरान ग्रामीणों ने संवेदक की कार्यप्रणाली की लिखित शिकायत भी उपायुक्त पलामू को की थी, किन्तु कुछ नहीं हुआ।
आज उक्त सड़क पर साईकल तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इस सड़क पर प्रतिदिन कहीं न कहीं हादसा होती रहती है।
यह सड़क पलामू गढ़वा को जोड़ते हुए उतर प्रदेश व मध्य प्रदेश जाने वाला भी सड़क है। इसी हैदरनगर-पंसा सड़क के अंतिम छोर पर झारखंड के सबसे लंबा कोयल नदी पर पुल का निर्माण कराया गया है।
पंसा सुंडीपुर का निर्माण में करोड़ो खर्च किये गए। समाजसेवी सह कांग्रेस के युवा नेता मोजिबुदिन खां उर्फ गुड्डू ने पहले भी इसके लिए कई नेताओं को व उपायुक्त को पत्र लिख कर सड़क निर्माण का जांच कराने की मांग की थी।
गुड्डू खां ने बताया कि हैदरनगर मोहम्मदगंज मुख्य पथ से पंसा की दूरी मात्र 10 किमी0 है। किंतु इस सड़क से पंसा जाने के लिए लोगों को बाइक से एक घन्टा का समय लगता है।
रामबांध पंचायत के समाजसेवी दाह भावी मुखिया प्रत्यासी असफाक खां ने कहा कि पंसा सुंडीपुर पथ की जांच के लिए स्थानीय विधायक व सांसद को भी जांच कराकर संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई थी।
पूर्व विधायक द्वारा पंसा सुंडीपुर पथ निर्माण की जांच के लिए विधानसभा सत्र के दौरान सवाल उठाया गया। किन्तु वह सवाल भी ठंढे बस्ते में ही रह गया।
उन्होंने कहा कि पंसा सुंडिपुर पुल दो जिला के साथ साथ दो राज्यों को भी जोड़ने वाला सड़क है।