रामगढ़: जिले में पिछले 40 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है।
साइक्लोन यास का असर रामगढ़ जिले में व्यापक पैमाने पर हुआ है।
यह सबसे ज्यादा नुकसान किसानों और सब्जी उत्पादकों को हुआ है। शहर से लेकर गांव तक हर जगह जलजमाव की स्थिति बन गई है।
खेतों में भी पानी भर गया है। कृषि विज्ञान केंद्र के नोडल पदाधिकारी दुष्यंत कुमार राघव ने गुरुवार को बताया कि खेतों में लगी लत्तेदार सब्जियां, बंधा गोभी, टमाटर,मिर्च जैसी फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि जल जमाव होने से लत्तेदार सब्जियों को सड़ने का डर रहता है। बंधा गोभी भी पौधे में ही सड़ने लगता है।
अभी लगभग 100 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर टमाटर जिले के किसानों द्वारा लगाया गया है। उसको भी इस बारिश में भारी नुकसान हुआ है।
जानवरों को भी बीमारी का है डर
दुष्यंत कुमार राघव ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से मवेशियों में भी बीमारी होने का डर है। गाय, बैल, भैंस व अन्य पालतू जानवरों में खुरपका, मुंहपका बीमारी काफी तेजी से फैलती है। अभी पशुपालकों को उन्हें अपने घरों में ही बांधकर रखना चाहिए।
साथ ही जिस स्थान पर मवेशियों को रखा जा रहा है वहां साफ सफाई का विशेष ध्यान देना होगा।
इसके अलावा मवेशियों के टीकाकरण पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है।नहीं तो जान माल का नुकसान हो सकता है।
इस दिन दोपहर के बाद हो सकता है मौसम साफ
कृषि विज्ञान केंद्र के नोडल पदाधिकारी ने बताया कि साइक्लोन यास का असर रामगढ़ जिले में 29 मई तक रहने की संभावना मौसम विभाग के द्वारा जारी की गई है।
लेकिन 28 मई की दोपहर के बाद बारिश में कमी आएगी और मौसम साफ हो सकता है।
27 मई को लगभग पूरे दिन बारिश होगी। रात में भी तेज बारिश होने के आसार हैं। किसानों को 29 मई तक अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।