Journalist Ravi Prakash battling cancer receives Patient Advocacy Educational Award: कैंसर से जूझ रहे झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश को America के तटीय शहर सैन डियेगो में शनिवार को शुरू हुए वर्ल्ड लंग कैंसर कांफ्रेंस (WCLC-2024) में पेशेंट Advocacy Educational Award दिया गया।
इस वर्ष यह पुरस्कार पाने वाले वह भारत के इकलौते शख्स हैं। यह पुरस्कार लेते वक्त पत्रकार रवि प्रकाश ने झारखंड की विशेष बंडी पहनी थी और उन्होंने सरना गमछा भी रखा था।
विश्व लंग कैंसर कांफ्रेंस में 100 देशों के प्रतिनिधियों के बीच अपने परिधान से रवि ने बड़ी बारीकी से सरना धर्म कोड की वकालत वैश्विक स्तर पर कर दी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में इस उपलब्धि के लिए रवि प्रकाश को बधाई दी है। उन्होंने लिखा है, आपकी हिम्मत, जज्बे और संघर्ष को सलाम।
इन्हें भी मिला है यह पुरस्कार
बता दें कि लंग कैंसर पर काम करने वाली दुनिया की प्रतिष्ठित संस्था International Association for the Study of Lung Cancer हर साल यह पुरस्कार विश्व के उन चुनिंदा लोगों को देती है। इस साल यह पुरस्कार रवि प्रकाश के अलावा यह पुरस्कार अन्य 9 लोगों को भी दिया गया है।
इनमें आस्ट्रेलिया और मैक्सिको के 2-2, अमेरिका, इटली, यूके (इंग्लैंड), नाइजीरिया और थाईलैंड से 1-1 पेशेंट एडवोकेट शामिल हैं। यह महत्वपूर्ण बात है कि पुरस्कार पाने वाले 10 लोगों में रवि इकलौते व्यक्ति हैं, जो खुद मरीज होकर पेशेंट एडवोकेसी करते हैं।
कार-टी सेल थेरेपी से चल रहा है इलाज
रवि प्रकाश लगभग चार साल से लंग कैंसर के अंतिम स्टेज के मरीज हैं। पिछले जून में उनकी बीमारी बढ़ कर दिमाग में भी आ गई। इसके बाद उनका पुराना Medication रोक दिया गया। इसके बाद उनकी बीमारी फिर से प्रोग्रेस कर गई और वे गंभीर रूप से बीमार हैं। पिछले डेढ़ महीने से मुंबई में उनकी कार-टी सेल थेरेपी चल रही है।