Rail Blockade Protest : कुड़मी समाज ने एक बार फिर ST में शामिल किए जाने की मांग को लेकर रेल रोको आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। यह आंदोलन 20 September से Jharkhand, West Bengal और Odisha में होगा, जिससे इन राज्यों में रेल और सड़क यातायात प्रभावित होने की आशंका है।
बीते शुक्रवार को West Bengal के मुरगुमा में कुड़मी समाज की बैठक हुई, जिसमें आंदोलन को लेकर निर्णय लिया गया। समाज के मुख्य संरक्षक Ajit Prasad Mahto ने कहा कि केंद्र सरकार ने संवैधानिक और लोकतांत्रिक तरीकों से उठाई गई मांगों पर ध्यान नहीं दिया है, अब Delhi को कुड़मी समाज की ताकत का अहसास कराना जरूरी हो गया है।
बैठक में समाज के केंद्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर महतो, साधन महतो, डॉ. सुजीत कुमार महतो, रासबिहारी महतो, छोटेलाल महतो, संजय महतो, बसंत महतो और सुनील कुमार महतो समेत कई नेताओं ने आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा की।
8 माह बाद फिर रेल रोको आंदोलन
यह आंदोलन 8 महीने बाद फिर से शुरू किया जा रहा है। कुड़मी समाज के नेताओं ने बताया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो Railway Track और Highway को जाम कर दिया जाएगा। इससे झारखंड, बंगाल और ओडिशा में यातायात बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
वर्ष 2024 में भी कुड़मी समाज ने इसी मांग को लेकर बड़ा आंदोलन किया था, जिससे रेलवे के साथ-साथ हाईवे पर भी यातायात बाधित हुआ था। कई दिनों तक मालवाहक और यात्री वाहन सड़कों पर फंसे रहे थे।
अब देखना होगा कि सरकार इस आंदोलन को रोकने के लिए क्या कदम उठाती है और क्या कुड़मी समाज की मांगें पूरी की जाती हैं या नहीं।