Monsoon in Jharkhand: 21 जून को ही झारखंड में मानसून (Monsoon ) की एंट्री हो चुकी है, लेकिन लगभग एक सप्ताह होने को है, लेकिन अब तक वह कहां अटका हुआ है, पता नहीं चल रहा है।
दक्षिणी पश्चिमी Monsoon झारखंड से अभी भी रूठा हुआ है। मानसून झारखंड की ओर बढ़ रहा था, लेकिन बीच में ही अटक गया।
फलस्वरूप झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार को अभी और कुछ दिनों तक मानसून का इंतजार करना होगा। दो-तीन दिनों में इन राज्यों में मानसून छा जाएगा।
मौसम विभाग ने 28 जून के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यानी गरज के साथ वज्रपात एवं वर्षा हो सकती है। 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकतीं हैं।
झारखंड के कुछ ही जिलों में पहुंचा मानसून
मौसम विभाग ने कहा है कि अभी झारखंड के कुछ ही जिलों में मानसून पहुंच पाया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के रांची स्थित मौसम केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के मुताबिक, गोड्डा, गुमला, सिमडेगा, चाईबासा, पाकुड़ और साहिबगंज में ही अब तक मानसून पहुंच पाया है। झारखंड के शेष भागों में इसके पहुंचने में देर हो गई है।
शुक्रवार को झारखंड में कहीं-कहीं तेज हवाओं का झोंका चलेगा। मेघ गरजेंगे। वज्रपात भी हो सकता है। उन्हश अगले 3 दिन तक झारखंड के अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेंटीग्रेड तक की गिरावट आ सकती है। इसके बाद 2 दिन तक उच्चतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होगा, इसके संकेत नहीं मिल रहे हैं।
24 घंटे में कहां कितनी हुई बारिश
• भरनो में 33 मिलीमीटर
• सगमा में 18.4 मिलीमीटर
• डंडई में 15.7 मिलीमीटर
• उंटारी रोड में 15 मिलीमीटर
• भंडरिया में 14 मिलीमीटर
• बोलबा में 10.8 मिलीमीटर
• पदमा डीवीसी में 10.2 मिलीमीटर
• चकुलिया में 9.4 मिलीमीटर
• गढ़वा केवीके में 5.5 मिलीमीटर
• गुमला बिशुनपुर केवीके में 3.5 मिलीमीटर
• मरकच्चो में 2.8 मिलीमीटर
• पतरातू में 2.5 मिलीमीटर
• कोडरमा डीवीसी में 2.2 मिलीमीटर
• बोरियो में 2.2 मिलमीटर
• मांडू में 1.6 मिलीमीटर
• हजारीबाग डीवीसी में 1.4 मिलीमीटर
• डुमरी में 1 मिलीमीटर
• गोड्डा केवीके में 1 मिलीमीटर।