Cyber Fraud Case in Jharkhand : साइबर अपराधी (Cyber Criminal) झारखंड (Jharkhand) के कई इलाकों में बेखौफ होकर वर्षों से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
यहां पिछले 2019 से इस साल के अक्टूबर तक विभिन्न प्रकार के 6000 से अधिक साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए हैं। ये मामले जिलों और CID की ओर से कुल मिलाकर दर्ज मामलों को दर्शाते हैं।
यह मामले एक्युरेटली 6165 बताए जाते हैं। साइबर अपराध में शामिल 4848 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया है।
2 करोड़ 43 लाख 41 हजार रुपये बरामद
यह भी जानकारी दी गई है कि साइबर अपराधियों के ठिकानों से दो करोड़ 43 लाख 41 हजार रुपये बरामद हुए हैं। पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें, तो वर्ष 2019 में 1385, 2020 में 1240, 2021 में 1050, 2022 में 901, 2023 में 893 और 2024 में अक्तूबर तक 696 मामले दर्ज हुए हैं।
सबसे ज्यादा वर्ष 2020 में 1240 और 2021 में 1050 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है।
साल 2020 में सबसे ज्यादा राशि की बरामद गई
पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पैसे की सर्वाधिक बरामदगी वर्ष 2020 में 9386670 व 2021 में 6452645 रुपये की बरामदगी हुई है। राज्य में साइबर अपराध से जुड़े मामलों की बात करें, तो अक्तूबर 2024 तक कुल लंबित मामलों की संख्या 3968 थी।
2020 में देश में 11वें स्थान पर था झारखंड
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, वर्ष 2020 में साइबर अपराध की घटना के कारण पूरे देश में झारखंड 11वें स्थान पर था। साइबर से जुड़े मामलों में लगातार कार्रवाई से 2022 में स्थिति में सुधार हुआ।
इस वजह से एक पायदान नीचे फिसल कर झारखंड 12 वें स्थान पर पहुंच गया था।
कब क्या-क्या कितने हुए बरामद
वर्ष 2019 से अक्तूबर 2024 तक पूरे राज्य में 8878 मोबाइल, 13239 सिम, 3710 एटीएम कार्ड, 1730 पासबुक, 516 चेक, 169 लैपटॉप, 438 मोटरसाइकिल, 115 चार पहिया वाहन, चार क्लोन मशीन, 37 स्वैप मशीन व 16 राउटर बरामद हुए।
प्रतिबिंब ऐप से मिली सफलता
वर्ष 2023 से अक्तूबर 2024 तक प्रतिबिंब ऐप की सहायता से 345 केस दर्ज हुए। 1345 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। 3736 सिम व 2694 मोबाइल बरामद हुए।
झारखंड में साइबर अपराध के नेचर
कस्टम में पार्सल पकड़े जाने के नाम पर, ट्राइ फोन स्कैम,डिजिटल अरेस्ट, संगीन मामलों में परिवार के सदस्य की गिरफ्तारी का भय दिखाकर, ट्रेडिंग के नाम पर तत्काल धनी बनने का झांसा देकर, टास्क पूरा कर रिवार्ड देने के नाम पर ठगी।
क्रेडिट कार्ड के नाम पर फ्रॉड, कम समय में पैसा 10 गुना करने का झांसा देकर, केवाईसी एक्सपायर होने के नाम पर ठगी। टैक्स रिफंड के नाम पर फ्रॉड, घर बैठे लोन दिलाने का प्रलोभन देकर ठगी, पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर ठगी।