Jharkhand News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2024 में हुए पश्चिम बंगाल में हुए मोटरसाइकिल विस्फोट मामले में फरार आरोपी अमरजीत वर्मा को कोलकाता के दमदम क्षेत्र में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास से गिरफ्तार किया।
अमरजीत वर्मा, जो झारखंड के धनबाद जिले के चिरकुंडा का निवासी है, इस मामले में विस्फोटक के अवैध व्यापार और परिवहन में शामिल था।
NIA ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे हिरासत में लिया और बाद में औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी NIA के केस RC 16/24/NIA/DLI के तहत हुई, जो बंगाल के बांकुड़ा जिले में अवैध विस्फोटक परिवहन के दौरान हुए विस्फोट से जुड़ा है।
क्या है मामला
यह मामला अगस्त 2024 का है, जब बांकुड़ा जिले में जॉयदेब मंडल उर्फ बबलू मंडल नामक व्यक्ति मोटरसाइकिल से अवैध रूप से विस्फोटक ले जा रहा था। परिवहन के दौरान बाइक में विस्फोट हो गया, जिससे जॉयदेब मंडल की मौके पर ही मौत हो गई, और आसपास के कुछ लोग घायल हो गए।
प्रारंभिक जांच पश्चिम बंगाल पुलिस ने की थी, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए NIA ने अक्टूबर 2024 में जांच अपने हाथ में ले ली। NIA की जांच में पता चला कि अमरजीत वर्मा इस अवैध विस्फोटक व्यापार का प्रमुख हिस्सा था और जॉयदेब मंडल के साथ मिलकर यह कार्य कर रहा था।
9 अप्रैल 2025 को NIA ने धनबाद और बंगाल के नौ स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। धनबाद के चिरकुंडा में अमरजीत वर्मा के लायेकडीह स्थित आवास और एक पुराने गोदाम (जो पहले पोल्ट्री फार्म था) पर छापेमारी की गई। इस दौरान NIA ने सैकड़ों किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट (50 बक्सों में पैक), बड़ी मात्रा में जिलेटिन स्टिक्स, और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की।
यह गोदाम कालुबथान आउटपोस्ट के तहत बोरिया गांव में एक सुनसान इलाके में था। स्थानीय लोगों ने बताया कि गोदाम का छत कई साल पहले तूफान में उड़ गया था, और उन्हें वहां किसी गतिविधि की जानकारी नहीं थी।
छापेमारी के दौरान अमरजीत वर्मा भागने में सफल रहा, जबकि उसके भाई संजय शर्मा को हिरासत में लिया गया।