Raghuwar Das Resignation : राजनीति के क्षेत्र में कभी भी कुछ भी चर्चा शुरू हो जाती है। कौन अपने पद पर रहता है और कौन कब इस्तीफा (Resignation) देता है, यह चर्चा के केंद्र बिंदु में तुरंत आ जाता है।
ओडिशा के राज्यपाल (Odisha Governor) और Jharkhand के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghuwar Das) ने इस्तीफा (Resignation) दे दिया है और उनका इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार भी कर लिया है।
ओडिशा के राज्यपाल की जिम्मेदारी दूसरे को दी जा चुकी है, लेकिन रघुवर दास को किसी और राज्य का गवर्नर नहीं बनाया गया है। चर्चा इसी कारण हो रही है।
कहा जा रहा है कि अब वह फिर से एक्टिव पॉलिटिक्स में आ रहे हैं। झारखंड के BJP प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देने की बात भी हो रही है या राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
कुछ लोग तो यहां तक कहने लगे हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP Nadda का कार्यकाल पूरा हो चुका है और अभी तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ है। कहीं रघुवर दास को ही भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया जाए, लेकिन यह बात वास्तव में कोई आधार के साथ नहीं कहीं जा रही है।
देखिए आगे क्या-क्या होता है…
याद कीजिए, रघुवर दास 2014 से 2019 तक झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 2019 में चुनाव में भाजपा की हार के बाद राज्य की राजनीति से 2023 में रघुवर दास को राज्यपाल बनने के कारण अलग होना पड़ा था।
साल 2024 के विधानसभा चुनाव तक पार्टी किसी ओबीसी चेहरो को भी खड़ा नहीं कर पाई। पार्टी को चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। भाजपा अब महज 21 सीटों पर सिमट गई।
इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष Babulal Marandi ने अपने इस्तीफा का प्रस्ताव दिया था जो अभी तक स्वीकार नहीं हुआ है। अब देखिए आगे क्या-क्या होता है।