गुमला: कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र के मड़वा जंगल में सोमवार की सुबह करीब सात बजे सर्च अभियान चला रहे सुरक्षा बलों पर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के हथियारबंद दस्ते ने घात लगा कर हमला किया।
जैसे ही नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू की तो सुरक्षा बलों के जवानों ने भी अपने आग्नेयास्त्रों का मुंह खोल दिया।
इसी दौरान एक नक्सली मारा गया। वहीं, इस मुठभेड़ में चार-पांच अन्य नक्सलियों के घायल होने का दावा किया गया है।
पुलिस ने नक्सली के शव को अपने कब्जे में ले लिया है।
इधर, दोपहर तक मड़वा जंगल गोलियों की आवाज से गूंजता रहा। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से एक रायफल, पिट्ठू, चटाई सहित 20 आईइडी आदि सामान बरामद किया है।
सुरक्षा बलों को विशेष सर्तकता बरतनी पड़ रही थी। उन्हें इस क्षेत्र में कई स्थानों पर बारूदी सुरंगे बिछाये जाने की सूचना थी।
इसलिए सुरक्षा बलों ने अपना बचाव करते हुए नक्सलियों का मुकाबला किया। उन्हें फूंक-फूंक कर कदम उठाना पड़ रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार भाकपा माओवादी संगठन के जोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव का दस्ता के मड़वा जंगल में होने की सूचना पुलिस को मिली थी।
सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने तत्काल सर्च अभियान आरंभ किया और सुबह लगभग सात बजे नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ काफी देर तक चलता रहा।
नक्सलियों के इस दस्ते में एरिया कमांडर रंथू उरांव, लंजीम अंसारी समेत बीस से पच्चीस सदस्यों के शामिल होने की बात कही जा रही है।
नक्सली मुठभेड के दौरान जंगल का लाभ उठाते हुए भाग निकले। घटना के बाद एसपी हृदीप पी जर्नादन घटनास्थल पहुंचे। एसपी मारे गये नक्सली के शव के साथ पुलिस कर्मियों को लेकर जंगल से बाहर निकले।
सर्च अभियान का नेतृत्व एएसपी (अभियान) बी.के.मिश्रा व कोबरा बटालियन के कमांडेंट अमित कुमार कर रहे थे।