Palamu News: डालटनगंज (Daltonganj) शहर थाना क्षेत्र अंतर्गत सुदना के पंचवटी नगर में संचालित बालिका गृह से दो नाबालिग बहनें मंगलवार की अहले सुबह भाग गयी।
दोनों तीन तल्ला बालिका गृह की बिल्डिंग से शौचालय पाइप (Toilet Pipe) के सहारे नीचे उतरी। हालांकि आधे घंटे के बाद उन्हें ढूंढ लिया गया। बालिका गृह से निकलने के बाद दोनों बहनें अघोर आश्रम के पास बैठी हुई थी।
दोनों को रोते हुए पाया गया। बाद में बालिका गृह के संचालक मौके पर पहुंचे, उन्हें वापस ले गये। भागने के क्रम में गिरने से छोटी बहन के पैर में मोच भी आ गया। उसका इलाज किया गया।
दोनों बहनों में 16 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म हुआ था। इसका केस चल रहा है। दो दिन बाद इस केस में गवाही होनी है। दूसरी नाबालिग की उम्र 10 वर्ष है और वह मानसिक रूप से बीमार है। लेकिन बहन के साथ भागने के लिए तैयार थी। दोनों बहनों के अलावा इनका एक भाई भी इनका है।
भाई बालक गृह (वात्सल्य धाम) में रहता है। इनके माता-पिता नहीं है। चाची और गांव के लोग दुष्कर्म कांड के बाद सुरक्षा के लिहाज से पीड़िता को बालिका गृह में रखवाया था, बाद में उसकी छोटी बहन और भाई को यहां लाकर रखा गया।
बालिका गृह की काउंसलर प्रियंका कुमारी ने बताया कि घटना के बाद पीड़िता की चाची एवं गांव के अन्य लोगों को बुलाकर दोनों बहनों को समझाने का प्रयास किया गया।
उन्हें बताया गया कि बालिका गृह में ही उनका जीवन सुरक्षित है। काउंसलर ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे बड़ी बहन छोटी बहन को लेकर बालिका गृह की छत से पास के मकान की दूसरी छत में छलांग लगाई एवं शौचालय पाइप से लटक कर नीचे उतर गयी।
बालिका गृह से करीब आधा किलोमीटर दूर अघोर आश्रम के पास दोनों बैठी मिली। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि कहां जाए? इतने में उनकी टीम मौके पर पहुंची और दोनों को समझाकर वापस बालिका गृह ले आई।
काउंसलर ने बताया कि भागने का कारण दोनों बहनें नहीं बता रही है, लेकिन पहले से वे बार-बार और हर दिन चिकन, मटन आदि की मांग करती थी। जबकि मेन्यू के अनुसार उन्हें उपरोक्त चीजें दी जाती थी। कई अन्य तरह की उम्मीद बड़ी बहन पाले हुए है, जिसे पूरा नहीं किया जा सकता। दोनों को समझाया गया है और सुरक्षित रखा गया है।
नाबालिग की चाची ने बताया कि दोनों बहनें अगर घर जाती हैं तो उन्हें रहने के लिए मकान तक नसीब नहीं होगा। उनके कच्चे मकान गिर गए हैं। अभी बड़ी बहन की उम्र 16 वर्ष है। अगर दो साल और बालिका गृह (Girls Home) में रह जाती है तो उसकी शादी करा दी जाएगी। छोटी बहन को इलाज की जरूरत है।