Uproar in Bokaro Sadar Hospital : बोकारो सदर अस्पताल (Bokaro Sadar Hospital) में नवजात की मौत (Death) के बाद कल मंगलवार को गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
परिजनों ने बोकारो-रामगढ़ मुख्य पथ पर टायर जलाकर सड़क को भी जाम कर दिया गया। जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
अस्पताल में दो घंटे तक हंगामा
भर्रा निवासी सरफराज आलम अंसारी ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी शमा परवीन का सिजेरियन ऑपरेशन सही तरीके से नहीं किया गया, जिससे नवजात की हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में करीब दो घंटे तक हंगामा किया। साथ ही सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ. सौरव सांख्यान को कुछ समय के लिए बंधक बना लिया गया।
सड़क जाम और पुलिस हस्तक्षेप
अस्पताल से निकलने के बाद परिजनों ने उकरीद मोड़ पर टायर जलाकर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया।
इस दौरान हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। स्थिति गंभीर होती देख भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। बातचीत और कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद ने चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया। समिति में डॉ. एचके मिश्र, डॉ. सेलिना टुडू, डॉ. एसएम जफरूल्लाह, और डॉ. सुधा को शामिल किया गया।
टीम को 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, प्रसव कक्ष में कार्यरत सभी नर्सों को हटा दिया गया और स्पष्टीकरण मांगा गया है।
परिजनों का आरोप
सरफराज आलम ने बताया कि उनकी पत्नी को छह दिसंबर को सामान्य प्रसव के लिए भर्ती नहीं किया गया। जब दर्द बढ़ा, तो आठ दिसंबर को सिजेरियन किया गया।
ऑपरेशन के बाद बच्चे की हालत खराब बताई गई और उसे बोकारो जनरल अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान नवजात की मौत हो गई।