Fake Robbery Case Exposed: जिले के राजनगर थाना पुलिस ने एक फर्जी लूटकांड का भंडाफोड़ करते हुए पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
इन आरोपियों में तीन भारत फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट भी शामिल हैं। पुलिस ने इस गिरोह के पास से बायोमेट्रिक डिवाइस, कलेक्शन शीट, टैब, चाकू, मोटरसाइकिल और नगद रुपए बरामद किए हैं।
ऐसे खुला फर्जीवाड़े का राज
जिले के SP मुकेश कुमार लुणायत ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि सितंबर 2024 से राजनगर थाना क्षेत्र में लगातार भारत फाइनेंस के कलेक्शन एजेंटों के साथ लूट की घटनाएं हो रही थीं। हर 15 दिन में लूट की FIR दर्ज होने से पुलिस को संदेह हुआ। इसके बाद SDPO के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया।
जांच के दौरान पुलिस ने तकनीकी और मानवीय साक्ष्यों के आधार पर पाया कि लूटकांड पूरी तरह से नकली साजिश थी, जिसमें कंपनी के ही एजेंट शामिल थे।
किराए के अपराधियों को देते थे पैसे
SP ने बताया कि कलेक्शन एजेंट खुद अपराधियों को किराए पर हायर करते थे और उन्हें लूट की लोकेशन बताते थे। इसके बाद एजेंट खुद को लूट का शिकार बताकर पुलिस में FIR दर्ज कराते थे। गिरोह के सदस्य हर वारदात के लिए 10-10 हजार रुपए लेते थे, जबकि लूटे गए पैसे को आपस में बांट लिया जाता था।
SIT ने किया भंडाफोड़
SIT की गहन जांच के बाद पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से बायोमेट्रिक डिवाइस, भारत फाइनेंस कंपनी की कलेक्शन शीट, चाकू, दो मोटरसाइकिल और नगद रुपए बरामद किए गए।
SP ने SIT टीम की सराहनीय कार्रवाई के लिए पुरस्कृत करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह खुलासा क्षेत्र में अपराध पर लगाम लगाने के लिए एक अहम कदम है।