Jharkhand News: साइबर ठगी का शिकार हुए 55 वर्षीय किसान मोरहा उरांव ने आत्महत्या कर ली।
घटना गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र के अरमई गांव की है।
आत्महत्या से पहले, मोरहा ने एक पर्ची लिखी जिसमें उसने अपने परिवार से माफी मांगी और लिखा, “मोबाइल में मैसेज देखना सीख जाना।”
घटना का विवरण
मोरहा उरांव ने टैसेरा राइस मिल में अपनी धान की फसल बेचकर 68 हजार रुपए जमा किए थे। कुछ दिन पहले, साइबर अपराधियों ने उनसे यह पूरी रकम ठग ली।
इस घटना से वह मानसिक तनाव में था। अपने घर के पीछे एक आम के पेड़ पर फांसी लगाकर उसने आत्महत्या कर ली।
परिवार का हाल
मोरहा की शादी करीब 15 साल पहले कोयनारा क्षेत्र में हुई थी, लेकिन संतान न होने के कारण उसने एक बेटी को गोद लिया था।
परिवार के अनुसार, मोरहा ने ठगी की बात किसी से नहीं बताई थी।
उसका परिवार खेती पर निर्भर था और धान बेचकर कमाई हुई राशि उसकी जमा पूंजी थी।
उसके भाई जगना उरांव ने बताया कि मोरहा बच्चे की परवरिश और पढ़ाई को लेकर चिंतित था।
पुलिस कर रही जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
SI अरविंद कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है।
पुलिस ने साइबर ठगों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।
गांव में गुस्सा और मातम
मोरहा की मौत के बाद गांव में शोक का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए और साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।