Jharkhand Assembly Speaker : विधानसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन की बड़ी जीत और 28 नवंबर को Hemant Soren के शपथ ग्रहण करने की तिथि तय हो जाने के बाद अब सरकार गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है।
मंत्रिमंडल में सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण का पूरा ख्याल रखाने का हेमंत सरकार का प्रयास है। जल्द ही इसका निर्णय होने की संभावना है।
विधानसभा अध्यक्ष (Speaker) JMM से होगा। इसको लेकर विमर्श का दौर चल रहा है।
अभी नाला के विधायक Rabindranath Mahto स्पीकर के पद पर हैं। चर्चा स्टीफन मरांडी को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की है।
ऐसे में रबींद्रनाथ महतो मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। अगर स्टीफन मरांडी (Stephen Marandi) मंत्रिमंडल में शामिल हुए तो रबींद्रनाथ महतो के स्पीकर बने रहना तय है।
जल्द होगी नाम की घोषणा
JMM का विधानसभा अध्यक्ष के पद पर दावा गठबंधन में पार्टी की भूमिका और शक्ति को दशार्ता है। नई सरकार के गठन और विधानसभा अध्यक्ष के नाम की घोषणा जल्द होने की संभावना है।
विधानसभा अध्यक्ष का पद झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के खाते में जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड कांग्रेस के प्रभारी और पर्यवेक्षकों के साथ बैठक कर मंत्रिमंडल के स्वरूप पर प्रारंभिक चर्चा की थी।
संभावना है कि 28 नवंबर या उसके बाद सरकार का स्वरूप सामने आ सकता है।
किस पार्टी से कितने हो सकते हैं मंत्री
गौरतलब है कि ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दल- JMM, कांग्रेस, RJD और भाकपा-माले के नवनिर्वाचित विधायक रविवार को रांची पहुंचे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर बैठक हुई थी।
JMM को मुख्यमंत्री पद समेत 5-6 मंत्री पद मिलने की संभावना है, जबकि कांग्रेस को 3-4 मंत्री पद और RJD तथा भाकपा-माले को एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना है।
हालांकि भाकपा-माले की भागीदारी को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं है, क्योंकि माले को औपचारिक प्रस्ताव सरकार ने शामिल होने को लेकर नहीं मिलने की बात कही जा रही है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल में कुछ नए और युवा चेहरों को जगह मिल सकती है। गठबंधन में सभी दलों को उचित प्रतिनिधित्व देने और क्षेत्रीय संतुलन बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
कैबिनेट के संभावित नाम
JMM कोटे से संभावित मंत्री : झामुमो कोटे से सीनियर और युवा विधायकों का सामंजस्य मंत्री पद के लिए देखा जा सकता है। इनमें स्टीफन मरांडी, हेमलाल मुर्मू, दीपक बिरुआ, रामदास सोरेन, मथुरा प्रसाद महतो, हफीजुल अंसारी, लुईस मरांडी, संजीव सरदार, जीगा मुंडा और सुदिव्य सोनु के नाम प्रमुख हैं।
कांग्रेस, RJD और माले कोटे के दावेदार
Congress से दीपिका पांडेय सिंह का नाम लगभग तय माना जा रहा है। पार्टी में उनके योगदान और क्षेत्र में सक्रियता को देखते हुए यह निर्णय संभव है।
अगर किसी कारण से दीपिका को मौका नहीं मिला, तो ममता देवी मंत्री बन सकती हैं।
अन्य दावेदारों में जयमंगल सिंह, प्रदीप यादव, इरफान अंसारी और रामेश्वर उरांव के नाम भी शामिल हैं। आरजेडी विधायक दल के नेता सुरेश पासवान का नाम मंत्री पद के लिए सबसे आगे है।
लेकिन, RJD विधायक दल के नेता बनाए जाने के बाद संजय प्रसाद यादव के नाम पर मुहर लग सकती है। संजय कुमार सिंह भी इस दौड़ में शामिल हैं।
भाकपा-माले को मंत्रिमंडल में शामिल होने का प्रस्ताव मिलने की स्थिति में अरूप चटर्जी का नाम सबसे प्रबल माना जा रहा है।