Protest against Waqf Act in Kokdoro, Ranchi: केंद्र सरकार के वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के खिलाफ रांची के कोकदोरो इस्लामपुर में सेंट्रल अंजुमन इस्लामिया कमिटी के बैनर तले शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया। शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को कोकदोरो जामा मस्जिद से डलाबर चौक तक हजारों लोगों ने मानव शृंखला बनाई और तख्तियां लेकर पैदल मार्च निकाला। प्रदर्शन में सैकड़ों महिलाओं सहित विभिन्न समुदायों के लोग शामिल हुए, जिन्होंने वक्फ बिल को वापस लेने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता कमिटी के अध्यक्ष मो. मजीद अंसारी ने की। इस दौरान सेक्रेटरी तबारक हुसैन, नायब सेक्रेटरी परवेज आलम, नौजवान कमिटी के सदर अफरोज आलम, नायब सदर अजहर आलम, सेक्रेटरी मेराज अहमद, रिजवान अहमद, नायब सदर रुहूल अमीन, डॉ. सहरोज आलम, सुल्तान आदिल, आफताब आलम, इजहार अंसारी, छोटी मस्जिद के अशरफ इमाम और खजानची अफजल हुसैन सहित कई प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे।
प्रदर्शनकारियों ने तख्तियों पर लिखे नारों जैसे “वक्फ हमारा संवैधानिक अधिकार है”, “वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 रद्द करो” और “हमारा संवैधानिक अधिकार मत छीनो” के माध्यम से अपनी मांग को बुलंद किया। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि यह कानून संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है, जो धार्मिक संस्थाओं को अपनी संपत्तियों के प्रबंधन का अधिकार देता है।
मो. मजीद अंसारी ने कहा, “वक्फ संपत्तियां हमारे पूर्वजों की दी हुई हैं, जिनका इस्तेमाल मस्जिदों, मदरसों, कब्रिस्तानों और सामाजिक कार्यों के लिए होता है। इस कानून के जरिए सरकार इन संपत्तियों पर कब्जा करना चाहती है, जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।” तबारक हुसैन ने केंद्र सरकार से इस बिल को तत्काल वापस लेने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और तेज होगा।
सैकड़ों महिलाओं सहित हजारों ने की बिल वापसी की मांग
प्रदर्शन में सैकड़ों महिलाओं की भागीदारी ने इसे और प्रभावी बनाया। महिलाओं ने कहा कि यह कानून न केवल धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि मुस्लिम समुदाय की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को भी खतरे में डालता है।
प्रशासन की निगरानी में शांतिपूर्ण प्रदर्शन
कोकदोरो जामा मस्जिद से डलाबर चौक तक का यह मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए अपनी बात को प्रभावी ढंग से रखा।
वक्फ कानून के खिलाफ बढ़ता विरोध
वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ झारखंड में विरोध की लहर तेज हो रही है। रांची, जामताड़ा, पलामू और अन्य जिलों में भी इस बिल के खिलाफ प्रदर्शन हो चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट में भी इस कानून की संवैधानिकता को चुनौती दी गई है, और अगली सुनवाई 5 मई 2025 को होनी है। मुस्लिम संगठनों ने ऐलान किया है कि जब तक बिल वापस नहीं लिया जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
कोकदोरो का यह प्रदर्शन न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूरे झारखंड में वक्फ बिल के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक बन गया है। सभी की निगाहें अब सरकार के अगले कदम और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।