Appointment Letter Ceremony : BJP के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव (Pratul Shah Dev) ने शुक्रवार काे कहा कि आज का नियुक्ति पत्र समारोह सिर्फ मुख्यमंत्री के चेहरे को चमकाने के लिए आयोजित किया गया था।
ये सस्ती लोकप्रियता के लिए नौकरी बांटने का दिखावा करने का कार्यक्रम था, जिसके जरिए युवाओं को ठगने का कार्य किया गया।
प्रतुल ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पीजीटी परीक्षा के विरोध में हजारों युवा सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। लाखों परीक्षार्थी इंसाफ के इंतजार में थे। इसी बीच सरकार ने हड़बड़ी में नियुक्ति समारोह को आयोजित किया। PGT परीक्षा में भ्रष्टाचार के पुख्ता प्रमाण मिले थे। 70 प्रतिशत से 80 प्रतिशत नियुक्तियां सिर्फ दो Examination सेंटर के अभ्यर्थियों की हो गई।
बोकारो का श्रेया इन्फोटेक केंद्र से 500 से ज्यादा अभ्यर्थी सफल हुए। भाजपा इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई या किसी सक्षम एजेंसी से कराने की करती रह गई लेकिन हड़बड़ी में यह सरकार गड़बड़ी करती चली गई।
प्रतुल ने कहा राज्य सरकार ने उसी एजेंसी से PGT परीक्षा का एग्जाम करवाया, जिसका पुराना ट्रैक रिकार्ड भी विवादित है। जिन परीक्षाओं को इस एजेंसी ने कराया है, सब में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
प्रतुल ने कहा कि यदि सरकार की नीयत साफ रहती तो वह पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के कार्यकाल में ही घोषित तिथि के दिन इस समारोह को कर सकती थी लेकिन जान बूझकर नियुक्ति समारोह को रोका गया। Champai Soren को पदमुक्त किया गया। प्रतुल ने कहा कि पौने पांच वर्षों तक ये सरकार सिर्फ युवाओं को ठगती रही। आज तक न स्थानीय नीति बनी ना नियोजन नीति बनी।
सरकार ने विधानसभा में खुद स्वीकार किया है कि पिछले पांच वर्षों में घोषित 25 लाख नियुक्तियों की जगह सिर्फ 11,344 हुई है, जिसमें हजारों पंचायत सचिव अभ्यर्थी शामिल हैं, जिन्होंने सरकार के खिलाफ लड़कर सर्वोच्च न्यायालय से नियुक्ति पाई थी।