रांची में बर्ड फ्लू, इस इलाके में मुर्गियों, बत्तखों और पक्षियों को मार डालने का अभियान शुरू

Central Desk

Bird Flu in Ranchi: महज एक महीने के अंदर रांची में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की दूसरी बार पुष्टि हुई है।

इसके बाद से जिला प्रशासन की ओर से गठित रैपिड रिस्पांस टीम (Rapid Response Team) ने रांची के प्रभावित इलाकों में बुधवार से मुर्गे-मुर्गियों, बत्तख और अन्य पक्षियों को मारने का अभियान शुरू कर दिया है।

मोरहाबादी से 10 किलोमीटर की परिधि का इलाका इन्फेक्टेड जोन

इस बार रांची के मोरहाबादी से 10 किलोमीटर की परिधि का इलाका इन्फेक्टेड जोन के तौर पर चिह्नित किया गया है। इस इलाके में मुर्गे-मुर्गियों, पक्षियों और अंडों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।

मोरहाबादी में रामकृष्ण मिशन की ओर से ‘दिव्यायन’ नामक परिसर में बड़े पैमाने पर पोल्ट्री उत्पादन होता है। यहां 15 मई को पक्षियों की मौत के बाद उनके सैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित ‘National Institute of High Security Animal Diseases‘ को भेजे गये थे।

वहां से 20 मई को जांच रिपोर्ट आयी। रिपोर्ट में यहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। इसकी सूचना मिलते ही रांची जिला प्रशासन ने रैपिड रिस्पांस टीम गठित की है।

रामकृष्ण मिशन का फार्म हाउस सील, मारी जा रहीं मुर्गियां

बुधवार को रामकृष्ण मिशन के फार्म हाउस को सील कर सभी बत्तखों और मुर्गियों को मारे जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी। फार्म में इस्तेमाल हो रहे फीड को भी नष्ट किया जायेगा। Farm House में काम करनेवाले कर्मचारियों को भी आइसोलेट किया जा रहा है।

रांची के DC राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, इन्फेक्टेड मुर्गे-मुर्गियों, बत्तख और पक्षियों को मारकर डिस्पोज किया जाता है। लोगों से अपील की गयी है कि वे इस अभियान में सहयोग करें।

इधर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के झारखंड राज्य निदेशक आलोक त्रिवेदी ने रांची के सिविल सर्जन को Surveillance Zone में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस के मरीजों की पहचान कर उनका प्रबंधन करने का निर्देश दिया है।

डॉक्टरों ने बताया कि जिनके घरों में कुक्कुट है या जो पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की देखरेख करते हैं, उनमें अगर एवियन इन्फ्लूएंजा के लक्षण जैसे तेज बुखार, गले में खराश, सर्दी-जुकाम, शरीर में तेज दर्द, छाती में कफ, सांस लेने में दिक्कत, भूख में कमी जैसे लक्षण दिखें, तो खुद को आइसोलेट कर तुरंत डॉक्टर से मिलें।

चिकन, अंडा खाने से परहेज करने की सलाह

जिस इलाके में Bird Flu की पुष्टि हुई है, उसके आस-पास के एक किलोमीटर के रेडियस में रहनेवाले लोगों को कम से कम 21 दिन तक चिकन, अंडा खाने से परहेज करना चाहिए।

गौरतलब है कि इसके पहले रांची में खेलगांव इलाके के होटवार स्थित क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में 12-13 अप्रैल को दो दर्जन चूजों की मौत के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी।