राज्य में कोई नीति नहीं, स्थानीय लोग हो रहे हैं विस्थापित: जयराम महतो

जल, जंगल और जमीन की बात करने वाली हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) के कार्यकाल में नदियों से बालू निकालकर उसकी तस्करी की जा रही है। राज्य में कोई नीति नहीं होने के कारण स्थानीय लोग विस्थापित हो रहे हैं।

Digital Desk
2 Min Read

Jairam Mahato Said : जल, जंगल और जमीन की बात करने वाली हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) के कार्यकाल में नदियों से बालू निकालकर उसकी तस्करी की जा रही है। राज्य में कोई नीति नहीं होने के कारण स्थानीय लोग विस्थापित हो रहे हैं।

वर्तमान सरकार में जितनी लूट हुई है, उतनी किसी सरकार में नहीं हुई है। ये बातें मंगलवार को हिल चौक स्थित भारत माता Wedding Hall में झारखंडी खतियानी संघर्ष समिति की आयोजित सभा में बतौर मुख्य अतिथि जयराम महतो ने कही।

जयराम महतो (Jairam Mahato) ने कहा कि यहां जिसकी भी सरकार बनी है, उसने सिर्फ स्थानीय मूलवासियों के हक और अधिकार बेचने का काम किया है। अपनी रक्षा और सम्मान के लिए एक हूल आंदोलन जरूरी है।

उन्होंने कहा कि यहां के निवासी गंदी राजनीति के कारण अपना हक और अधिकार से वंचित हो रहे हैं।

सिदो-कान्हू ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ हूल आंदोलन कर शोषण, महाजनी प्रथा समेत अन्य कुप्रथाओं के खिलाफ आंदोलन (Agitation) किया था, आज यहां भी उेसे ही आंदोलन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आपको अपनी मानसिकता को बदलने की जरूरत है। बाहर से आकर कुछ लोग यहां की जमीन पर अधिकार जमाकर बैठे हैं। मौके पर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण और समर्थक मौजूद थे।

- Advertisement -
sikkim-ad
Share This Article